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आज हरियाणा रोडवेज की बसों का है चक्का जाम, यात्रा पर निकले तो होगी परेशानी

प्रदेशभर में है रोडवेज बसों का चक्का जाम, सिरसा में पूरा असर 
 
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Mhara Hariyana News, Sirsa। अगर आज आप रोडवेज बस से कहीं बाहर जाने का प्लान बना रहे हैं तो कैंसिल कर दें। क्योंकि प्रदेशभर में रोडवेज बसों का चक्का जाम है। रोडवेज के एक चालक की थार जीप से कुचल कर हत्या किए जाने के विरोध में  हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने वीरवार को चक्का जाम का ऐलान किया है। रोडवेज के चक्का जाम का असर देखने को भी मिला। सिरसा रोडेवज की अधिकतर बसें मुख्य बस अड्डे पर ही खड़ी रही। बसें न चलने के कारण यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। उधर नीची बस संचालकों की खूब मौज रही और विभिन्न रूटों पर निजी बसें दौड़ती दिखी। मुख्य बस स्टैंड के बाहर निजी बसें फर्राटे से सवारियां लेकर जाती दिखाई दी। 

 

 

उधर रोडवेज कर्मचारी यूनियन के सदस्य सुबह सवेरे ही मुख्य बस अड्डे पर आ गए। रोडवेज कर्मचारियों ने बसें नहीं चलने दी। रोडवेज के चक्का जाम के आह्वान के चलते भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। रोडेवज कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने बताया कि हरियाणा राज्य परिवहन सोनीपत डिपो की बस सुबह 4 बजे सोनीपत से जयपुर के लिए चली कुंडली थाने पास थार जीप चालक बार-बार बस की साइड दबा रहा था, जिस को समझाने के लिए नीचे उतरे परिचालक फतेह सिंह व बस में बैठे दिल्ली डिपो के चालक जगबीर सिंह के ऊपर जीप चढ़ा दी। चालक जगबीर की मौके पर ही मौत हो गई। परिचालक गंभीर रूप से घायल हो गया। चालक की हत्या के विरोध में सोनीपत व गोहाना डिपो तो उसी समय बंद कर दिया गया था।रोडवेज नेताओं ने कहा कि प्रशासन द्वारा हत्यारों के खिलाफ  धारा 302 के तहत मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया, परन्तु अभी तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया है व चालक के परिवार को मुआवजा व नौकरी देने की मांग नहीं मानी गई है।

 


हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा राज्य कमेटी ने निर्णय लिया है 24 घंटे के अंदर हत्यारों को गिरफ्तार कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी दी जाए व परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। गम्भीर रुप से घायलों को 10-10 लाख मुआवजा दिया जाए। अन्यथा सांझा मोर्चा के आह्वान पर 8 सितम्बर को हरियाणा के सभी डिपो बंद कर चक्का जाम हड़ताल की जाएगी।

 

 


हड़ताल के चलते लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। सुबह कालेजों व शिक्षण संस्थानों में आने वाले छात्र छात्राएं परेशान रहे। वहीं अपने गंतव्य की ओर जाने वाली सवारियां भी बस अड्डे से निराश लौटी। शहर में निजी बसों व वाहनों की भरमार रही जो सवारियों को लेकर इधर उधर जाते रहे।