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Sachin Tendulkar: मैं खेलेगा साहब यूं ही कोई क्रिकेट का भगवान नहीं बन जाता

वे कहते हैं 16 साल का एक लड़का पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी करने उतरा, नाम था सचिन तेंदुलकर। 150 किलोमीटर की रफ्तार से गेंदबाजी होती थी।
 
sachin tendulkar

Mhara Hariyana News, New Delhi: मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से जुड़ा अनोखा किस्सा सुनाते हैं।

वे कहते हैं 16 साल का एक लड़का पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी करने उतरा, नाम था सचिन तेंदुलकर। 150 किलोमीटर की रफ्तार से गेंदबाजी होती थी।

दूसरी तरफ थे नवजोत सिंह सिद्धू। साढ़े 15 साल की उम्र और टेस्ट क्रिकेट खेल रहा था लड़का। चार लोग आउट हो चुके हैं पांचवां दिन है और टूटी हुई पिच है। 

22 रनों पर चार खिलाड़ी आउट हो चुके हैं। तेंदुलकर ने पहले दो टेस्ट में टोटल 10 रन बनाए थे। थर्डमैच में ड्राप किया।

चौथा टेस्ट खेल रहा था। बोलिंग कौन कर रहा इमरान खां, याकिब जावेद, वकार यूनिस, खतनाक लोग। पांच पांच छह छह फुट के। स्क्रीन के उपर से बॉल आती है।

ऐसा लगता है तो सिद्ध्ू कह रहा था जब वह नान स्टाइक पर था कि यह लड़का आज मर जाएगा। पाकिस्तान के अंदर मैच। पाकिस्तान के अंदर लोग बालिंग भी करते हैं और गालियां भी देते हैं।

उन्हें हमारी तरह गालियां भी आती है और हमारी बोली भी। पहली गेंद आई जूम करके निकल गई। इसको कुछ दिखाई नहीं दिया। तीसरी बाबेल बांउस किया। उसने पुल करने की कोशिश की।

बॉल उसके नाक पर लगी। खून निकलने लगा। स्ट्रेचर के लिए आवाज लगाई। फिजियोथेरेपिस्ट आया। उस समय फिजियोथेरेपिस्ट के पास सेरीडॉन की टेबलेट और बर्फ क्यूब ही होती थी।

यही ट्रीटमेंट था उस जमाने का। उधर 15 साल के लड़के के नाक से खून निकल रहा था। जब स्ट्रेचर पर उस लड़के को ले जाया जाने लगा तो धीरे से सिद्ध्ू से बोला सर मैं खेलेगा। सर मैं खेलेगा।सिद्ध्ू ने कहा पक्का।

उसके बाद 15 साल का लड़का नाक पर पट्टी बांधकर इमरान खां को फेस करता है और अगली बॉल पर शानदार चौक्का लगा देता है। इसलिए हर आदमी सचिन तेंदुलकर नहीं हो सकता। वो चमक के पीछे की ऐसी की तैसी कोई करवाता नहीं है। यहां तक आने के लिए ऐसी की तैसी करवानी पड़ती है।