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बालासर Train हादसा : पांच दिन बाद भी Accident स्थल पर जुट रही भीड़, अपनों की तलाश में भी आ रहे लोग

 
बालासर Train हादसा : पांच दिन बाद भी Accident स्थल पर जुट रही भीड़, अपनों की तलाश में भी आ रहे लोग

बालासोर 
Odisha के बालासोर जिले में हुए दर्दनाक Train हादसे को पांच दिन बीत चुके हैं। यहां Track भी सुधार दिया गया है और Trains की आवाजाही भी शुरू हो चुकी है। बावजूद इसके इस हादसे के निशानों को देखने के लिए अभी भी घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुटती है। 
चिलचिलाती गर्मी के बावजूद लोग Mobile कैमरों से लैस होकर Accident में शामिल Trains के क्षतिग्रस्त अवशेषों को देखने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। यहां आने वालों में कई लोग ऐसे भी हैं जिनके परिजन Accidentग्रस्त हुई Trains में यात्रा कर रहे थे और उनका अब तक कोई पता नहीं चला है। 

क्या है Accident स्थल के वर्तमान हालात
बहानगा के पास जहां यह हादसा हुआ था वहां Track को पूरी तरह से सुधार दिया गया है और Trains की आवाजाही सुचारू रूप से शुरू कर दी गई है। Accident के बाद Coromandel Express का भी संचालन शुरू हो गया है। इसके वीडियो भी सामने आए हैं। हालांकि, हादसे के बाद Trains के अवशेषों और कुछ क्षेत्र को Railway अधिकारियों ने हरे कपड़े से ढ़क दिया था, लेकिन अब पटरियों के किनारों पर बिखरे डिब्बों को आसानी से देखा जा सकता है।


घटनास्थल पर आने वाले भी नहीं व्यक्त कर पा रहे भावनाएं
Accidentस्थल पर लोग कई किलोमीटर की यात्रा करके पहुंच रहे हैं। यहां आने वाले एक व्यक्ति अशोक बेहरा ने बताया कि वे अपनी पत्नी रूपा के साथ घटनास्थल देखने भुवनेश्वर से आया हैं। उन्होंने कहा कि वे हादसे की भयावहता का अंदाजा ही लगा पा रहे हैं। 
उनके पास अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। इस दौरान उनकी पत्नी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। 

यहां आने वाले लोगों में न सिर्फ बड़े बल्कि बच्चे भी शामिल हैं। बेहरा बेहरा दंपति की तरह ही बालासोर शहर से कक्षा 12 का एक छात्र अर्जुन जेना अपने दोस्तों के साथ हादसे वाली जगह पर आया था। 
वहां के हालात को देखने के बाद अर्जुन ने कहा कि पीड़ितों पर जो गुजरी, उसके बारे में सोचकर ही मैं कांप उठता हूं। इस दौरान उन्होंने कहा कि मामले की जांच के दौरान हर पहलू को देखने की जरूरत है।

कुछ Trains अभी भी रद्द
अर्जुन के सहपाठी गौरव ने कहा कि वह रविवार को भी मौके पर गया था। तब यहां सब कुछ अस्त-व्यस्त था। सैकड़ों पुलिसकर्मियों के साथ राहत और बचाव कर्मी मौके पर मौजूद थे और शवों की तलाश कर रहे थे। 
अब जबकि पर्याप्त समय बीत चुका है तो चीजें शांत हो गई हैं। Trains की सामान्य आवाजाही शुरू हो गई है। हालांकि कई Trains अभी भी रद्द हैं, मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में मार्ग पूरी तरह से चालू हो जाएगा।

अपनों की तलाश में भी आ रहे परिजन
यहां आने वाले लोगों में वे लोग भी हैं जिनके अपने इस हादसे का शिकार हो गए। लापता लोगों के परिजन बालासोर, भुवनेश्वर और कटक के अस्पतालों और मुर्दाघरों में जाने से पहले अपनों की तलाश में इस स्टेशन से गुजरते रहते हैं। ऐसे ही पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर के निवासी कृष्ण दास ने अपनी आपबीती बताई। 
उन्होंने बताया कि वे अपने भाई के साथ Train से यात्रा कर रहे थे। Accident के बाद वे Train से बाहर निकलने में कामयाब रहे, हालांकि वे हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कृष्ण दास ने बताया कि Train से बाहर आने के बाद उन्होंने अपने भाई को कई बार फोन लगाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस दौरान वे खुद भी बेहोश हो गए। 
उन्होंने आगे बताया कि अब तक भाई का कोई पता नहीं चला है। उन्होंने कहा, 'मैंने पिछले तीन दिनों में बालासोर, भुवनेश्वर और कटक के लगभग सभी अस्पतालों की जांच की है, लेकिन वह नहीं मिला है।' इसी तरह पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले की सोनाली बिस्वास, जो Train में थी और बाल-बाल बच गई, वह भी अपनी चाची की तलाश कर रही है जो Train में थी।

CBI ने शुरू कर दी है जांच
इस बीच, हादसे की जांच के लिए CBI की एक टीम बहानगा पहुंच गई है। यह टीम Accidentस्थल का निरीक्षण करेगी और Railway अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी। इससे पहले, सोमवार को Railway सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने स्टेशन का दौरा किया था और सिग्नल रूम और कंट्रोल रूम में स्थिति का जायजा लिया था।

शुक्रवार को हुआ था हादसा
Odisha के बालासोर के शुक्रवार को बहनागा बाजार में Train हादसा हो गया था। रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 280 से ज्यादा  हो गई है। वहीं, 1100 लोग घायल हुए हैं। Railway ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालातों का जायजा लेने खुद Odisha पहुंचे थे। पीएम ने घायलों और मृतकों के परिजनों से बात की थी। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है और CBI हादसे की जांच कर रही है।