उत्तराखंड में 5 दवाओं पर प्रतिबंध, रिपोर्ट पर भड़का पतंजलि ग्रुप, कहा- गलती सुधारें वरना…

Ban on 5 medicines in Uttarakhand, Patanjali Group agitated over the report, said- rectify the mistake or else…

 

Mhara Hariyana News:

योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि समूह की दवा कंपनी दिव्या फार्मेसी ने गुरुवार को ड्रग माफिया पर अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाया. कंपनी की तरफ से कहा गया था कि उत्तराखंड सरकार ने भ्रामक विज्ञापनों का हवाला देते हुए अपनी पांच दवाओं के उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया था. कंपनी ने कहा कि उसे शीर्ष अखबारों में छपी रिपोर्ट में दिए गए आदेश की प्रति ही नहीं मिली है, लेकिन इससे इस मामले में आयुर्वेद विरोधी ड्रग माफिया की मिलीभगत स्पष्ट हो गई है.


कंपनी ने एक बयान में कहा कि पतंजलि के सभी उत्पादों और दवाओं को 500 से अधिक वैज्ञानिकों की मदद से आयुर्वेद परंपरा में काफी रिसर्च और गुणवत्ता के साथ सभी वैधानिक प्रक्रियाओं और अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करते हुए तैयार किया जाता है. इसमें सभी निर्धारित मानकों का पालन किया जाता है.

साजिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई
बाबा रामदेव की कंपनी ने कहा कि आयुर्वेद और यूनानी सेवा उत्तराखंड प्रायोजित तरीके से बीते बुधवार को जो पत्र षडयंत्रपूर्वक लिखा और प्रसारित किया था, वह अब तक किसी भी रूप में पतंजलि संस्थान को उपलब्ध नहीं कराया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए या तो विभाग अपनी गलती सुधार कर साजिश में शामिल व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई करे. नहीं तो हम इस साजिश के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को दंडित करने के साथ-साथ पतंजलि को हुए संस्थागत नुकसान की भरपाई के लिए कानूनी कार्रवाई करेंगे.

पांच उत्पादों का निर्माण बंद
दरअसल गुरुवार को कई अखबारों की रिपोर्ट में कहा गया था कि उत्तराखंड प्राधिकरण ने रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद को उन पांच उत्पादों का निर्माण बंद करने के लिए कहा था, जिन्हें कंपनी ने रक्तचाप, मधुमेह, घेंघा, ग्लूकोमा और उच्च कोलेस्ट्रॉल के इलाज के रूप में प्रचारित किया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देहरादून में आयुर्वेद और यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने निर्माता दिव्य फार्मेसी को मधुग्रित, आईग्रिट, थायरोग्रिट, बीपीग्रिट और लिपिडोम का उत्पादन बंद करने का निर्देश दिया है.