मंगलुरु ब्लास्ट: आरोपी के ISIS से जुड़े हैं तार, घर से मिला ‘बम’, फर्जी आधार कार्ड, जांच तेज

Mangaluru Blast: Accused's links with ISIS, 'bomb' found from home, fake Aadhaar card, investigation intensifies

 

Mhara Hariyana News:
कर्नाटक के मंगलुरु में हुए बम विस्फोट के मामले में पुलिस का शक सही निकला. पुलिस ने कहा था कि ऑटोरिक्शा में हुए बम ब्लास्ट की घटना कोई आम घटना नहीं है और इसके पीछे जरूर कोई आतंकी साजिश है. इस विस्फोट का मुख्य आरोपी ऑटोरिक्शा में बैठा वही यात्री है, जिसके बैग की वजह से आग लगने का शक जाहिर किया जा रहा था. इस घटना में दो लोग झुलस गए, जिनमें से एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर था और दूसरा षड्यंत्रकारी यात्री था, जिसका नाम शारिक बताया जा रहा है. आरोपी शारिक के परिसर की पुलिस ने जब तलाशी ली तो उसके ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माचिस, नट बोल्ट, सर्किट मिले.


ADGP लॉ एंड ऑर्डर आलोक कुमार ने बताया कि 19 नवंबर की रात करीब 7:40 बजे मेंगलुरु शहर के बाहर एक ऑटो में विस्फोट हुआ था. घटना में यात्री और ड्राइवर दोनों झुलस गए. ऑटो ड्राइवर की पहचान पुरुषोत्तम पुजारी और यात्री की पहचान शारिक के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि आरोपी शारिक के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं. दो मेंगलुरु शहर में और एक शिवमोग्गा में. शारिक के खिलाफ दो मामलों में UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है और तीसरे मामले में वह वॉन्टेड था और लंबे समय से फरार चल रहा था. कुमार ने कहा कि यात्री के भेष में ऑटो में बैठे शारिक के पास एक बैग था जिसमें कुकर बम था. इसी बम के ब्लास्ट होने की वजह से वो खुद और ऑटो ड्राइवर झुलस गया.

पुलिस ने कहा कि आरोपी “ISIS (इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया) आतंकवादी संगठन से प्रेरित था और अपने आकाओं के साथ संपर्क करने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करता था. उन्होंने कहा कि शरीक ने कई हैंडलर्स के अंडर में काम किया, जिनमें से एक ‘अल हिंद’ से था, जो आईएसआईएस से प्रभावित एक आतंकवादी संगठन है.

आरोपी के आतंकियों के साथ थे संबंध
वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि मंगलुरु में बम विस्फोट करने वाले संदिग्ध के आतंकियों के साथ संबंध थे, क्योंकि वह पड़ोसी तमिलनाडु के कोयंबटूर सहित अलग-अलग जगहों पर गया था. उन्होंने कहा कि शुरुआती जानकारी के अनुसार यह एलईडी से जुड़ा उपकरण था. विस्फोट शनिवार शाम को एक पुलिस थाने के पास एक ऑटोरिक्शा में हुआ था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट के लिए डेटोनेटर, तार और बैटरी से लैस एक कुकर का इस्तेमाल किया गया. विस्फोट के बाद ऑटोरिक्शा के अंदरूनी हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए.

संदिग्ध के पास था फर्जी आधार कार्ड
बोम्मई ने कहा, ‘जब संदिग्ध का अतीत खंगाला गया, तो यह साफ हो गया कि मौके से मिले आधार कार्ड में उल्लेखित नाम उस व्यक्ति से अलग था जो उसने रखा हुआ था. संदिग्ध के पास एक डुप्लिकेट आधार कार्ड था. उसमें हुबली का पता लिखा था.’ उन्होंने कहा कि ज्यादा जानकारी तब सामने आई जब पुलिस ने संदिग्ध के मूल पते और उन स्थानों का पता लगाया जहां वह ठहरा था. बोम्मई ने कहा, ‘यह एक आतंकवादी कृत्य है. वह जिन स्थानों पर गया था, जैसे कोयंबटूर या अन्य स्थान, उससे उसके आतंकी संबंधों की ओर इशारा मिलता है.’ उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी भी मामले की जांच में राज्य पुलिस के साथ शामिल हो गए हैं. बोम्मई ने कहा कि एनआईए की चार सदस्यीय टीम मौके पर पहुंच गई है और पुलिस के साथ समन्वय कर रही है.