Google की छंटनी से बचे कर्मचारियों ने मालिकों के खिलाफ खोला मोर्चा, बोले- और कितनी कड़ी मेहनत करें?

The employees who survived Google's retrenchment opened a front against the owners, said - how hard should they work?
 

Google ने 12 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. लेकिन छंटनी से बचे कर्मचारी अभी भी चिंतित हैं. उनको डर है कि गूगल में फिर छंटनी न शुरू हो जाए. उन्होंने टॉप अधिकारियों से एक मीटिंग के दौरान आश्वासन मांगा है कि कंपनी द्वारा उनकी छंटनी नहीं की जाएगी. गूगल ने मूल कंपनी अल्फाबेट ने ग्लोबली 6 परसेंट कर्मचारियों की छंटनी की है. जिसके बाद यूके के एक कर्मचारी ने मैनेजमेंट से कहा कि मानसिक सुरक्षा सर्वोपरि है.


छंटनी से एक कर्मचारी परेशान हो गया. उसने कहा, 'हम कभी सुरक्षित कैसे महसूस कर सकते हैं? रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल द्वारा निकाले गए भारतीय सहित 12 हजार लोगों में से अधिकार हाई परफॉर्मेंस और इमिग्रेशन वीजा वाले लोग थे. अगर टिकने के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं देख पाए तो उनको 60 दिन के बाद देश छोड़ना पड़ सकता है. ' 

वहीं दूसरे कर्मचारी ने सवाल उठाते हुए कहा, 'क्या मुझे ज्यादा महनत करनी चाहिए? इससे कोई फर्क पड़ता है.' कंपनी के आंतरिक संदेश प्रणाली के माध्यम से गूगल के शीर्ष अधिकारियों को भेजे गए पत्र में एक कर्मचारी ने लिखा, 'प्रतीत होता है, छंटनी का फैसला बिना सोचे-समझे लिया है.' 

अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ईमेल में कर्मचारियों से कहा, 'मैं उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं, जो हमें यहां तक ले आए.' गूगल यूएस में जिन्हें बिना समय दिए फायर किया गया, उनको कंपनी न्यूनतम 60 दिन के दौरान कर्मचारियों को भुगतान करेगा और गूगल में प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष के लिए 16 सप्ताह के वेतन के साथ दो सप्ताह से शुरू होने वाला सिवरेंस पैकेज भी देगा.