इमरान खान को मिले गोल्ड मेडल की कहानी, जो उन्होंने बेच दिया

The story of Imran Khan's gold medal, which he sold

 

Mhara Hariyana News:

पाकिस्तान और भारत के बीच खराब रिश्तों का असर दोनों देशों की क्रिकेट टीम पर भी पड़ा है. आईसीसी ट्रॉफी के अलावा दोनों का आमना-सामना नहीं होता है. हालांकि एक समय था जब पाकिस्तान की मेजबानी भारत बड़े शौक से किया करता था और उनके खिलाड़ियों को सम्मान भी देता था. इसके लिए कभी मेडल तो कभी कुछ और तोहफे के तौर पर दिया जाता था. इसी तरह 1987 में मुंबई में खेले गए एक मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाड़ियों को सम्मान के तौर पर गोल्ड मेडल दिए गए थे. हालांकि अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानी जाए तो पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने क्रिकेट के दिनों में मिला यह मेडल बेच दिया.


पाकिस्तान के रक्षा मंक्षी ख्वाजा आसिफ ने अपने देश के पूर्व कप्तान और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने भारत से मिले एक गोल्ड मेडल को चंद रुपए के लिए बेच दिया. जिस मैच में उन्हें यह मेडल दिया गया था वह दोनों देशों के अलावा भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के लिए भी बहुत खास था.

1987 में पाकिस्तान ने खेला था एग्जीबिशन मैच
1987 में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए पाकिस्तान की टीम भारत आई थी. सीरीज से पहले 20 जनवरी 1987 को क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया (सीसीआई) के 50 साल (गोल्डन जुबली) पूरे होने पर मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच एग्जीबिशन मैच रखा गया था. यह 40-40 ओवर का मैच था. इसी मैच में सचिन तेंदुलकर पाकिस्तान के लिए फील्डिंग करने उतरे थे. उस मुकाबले के दौरान पाकिस्तान के अब्दुल कादिर चोटिल हो गए थे. उनकी जगह तेंदुलकर को सब्स्टीट्यूट फील्डर के तौर पर उतारा गया था. सचिन ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में इस बात का जिक्र भी किया था. उस समय सचिन केवल 14 साल के थे.