नप में भ्रष्टाचार की जांच को लेकर गुरलाल सिंह ने शुरू किया धरना
 

पहले दिन धरने को अनेक लोगों ने दिया समर्थन
 

सिरसा। शहर में नगर परिषद अधिकारियों द्वारा शहर के विकास कार्यों सहित अन्य कार्यों में किए जा रहे भ्रष्टाचार की जांच के नाम पर की जा रही लीपापोती के खिलाफ समाजसेवी गुरलाल सिंह ने लघु सचिवालय में धरना शुरू कर दिया है।

पहले दिन धरने को विजय सैनी, राजेश भिवाल रिटायर्ड प्रिंसिपल, राजेश चौधरी, प्रवीण अग्रवाल, विकास गुज्जर एमसी, विकास जैन, अनिल चंदेल, कपिल सरावगी, कमल कांटीवाल, वेद भाट, प्रवीण, रवि सैनी, बजरंग सैनी, योगेश सैनी, अनिल लीला ठेकेदार, महेन्द्र ठेकेदार, संजय सैनी, विजेंद्र, ओम प्रकाश, दर्शन सिंह, मखन ने समर्थन दिया। धरनारत गुरलाल सिंह ने कहा कि शहर में नगर परिषद अधिकारियों द्वारा विकास के नाम पर लगातार घोटाले किए जा रहे हंै।

इसके साथ-साथ परिवार पहचान पत्र से लेकर अन्य कार्यों में भी जमकर भ्रष्टाचार का खेला चल रहा है। इस संबंधी स्थानीय अधिकारियों व उच्चाधिकारियों व सीएम तक को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन अभी तक इस ओर किसी ने गौर करना मुनासिब नहीं समझा। अधिकारियों की अंधेरगर्दी को देखते हुए उसे मजबूरन धरना लगाना पड़ रहा है।


ये हंै अह्म मुद्दे:
1. परिवार पहचान पत्र के नाम पर आम जनमानस से की गई लूट व अपने चहेतों की वेरिफिकेशन करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई हो।
2. पार्कों के रख रखाव के लिए करीब पौने 6 करोड़ रुपए के टेंडर में वेरियस पार्क मेंटिनेंस दिखाकर गड़बड़झाला किया गया है, जिसमें 10 ट्यूबवैल पार्कों में लगाए दिखाए गए हैं, लेकिन किसी भी पार्क में ट्यूबवैल नहीं है।
3. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की जांच रिपोर्ट नगर परिषद के खिलाफ होने के बाद भी नप अधिकारियों द्वारा करोड़ों रुपए के बिल अधिकारियों द्वारा मिलीभगत से पास किए गए, जिसकी विजीलेंस जांच करवाई जाए।
4. नगर परिषद को शहर की सडक़ों के लिए मिली वैक्यूम मशीनें शहर की सभी सडक़ों की बजाय कुछ ही सडक़ों पर चलाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री की जा रही है।
5. 42 प्रतिशत कमीशन के मामले की फिजीकली जांच करवाकर विजीलेंस से जांच करवाई जाए। इसके साथ-साथ 10 करोड़ रुपए के गलियों के टेंडर भी करवाए गए हंै, जिनकी गलियों की नंबरिंग करवाकर साइन बोर्ड लगवाए जाएं।