मणिपुर हिंसा : मैरीकाम ने केंद्र से मांगी मदद बोली- 'मेरा राज्य जल रहा है
Mhara Hariyana News, New Delhi
महान मुक्केबाज एमसी Mary kom ने वीरवार को मणिपुर में भड़की हिंसा को शांत करने के लिए केंद्र से मदद की मांग की है। एक आदिवासी आंदोलन के दौरान बुधवार को यहां हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद सेना और असम राइफल्स को राज्य की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भेजा गया।
ट्विटर पर शेयर की हिंसा की तस्वीरें
मेडल विजेता Boxer ने अपने ट्विटर पर राज्य में चल रहे हिंसा की तस्वीरें शेयर की। अपने इस पोस्ट में उन्होंने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी टैग किया। केंद्रीय मंत्रियों को टैग करते हुए Mary kom ने कहा- "मेरा राज्य जल रहा है, कृपया मदद करें।"
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि सेना और असम राइफल्स को राज्य पुलिस के साथ रात में ही राज्य की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भेज दिया गया है। सुबह तक बल हिंसाकर्ताओं को गिरफ्तार करने में सक्षम रही।
केंद्र सरकार से शांति और सुरक्षा की अपील
भारत की महिला Boxer Mary kom राज्यसभा की एमपी रह चुकी है। अपने राज्य में भड़की इस हिंसा पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने सरकार से शांति और सुरक्षा की अपील की है।
उन्होंने कहा- "मणिपुर की स्थिति देखकर बिलकुल भी अच्छा नहीं लग रहा है। बीते रात से ही राज्य की स्थिति बिगड़ी हुई है। इस मामले में मैं केंद्र सरकार से अहम कदम उठाने और राज्य में शांति सुरक्षा प्रदान करने की अपील करती हूं। इस हिंसा में कई लोगों ने अपने परिवार खो दिए। राज्य की स्थिति जल्द से जल्द सामान्य होना चाहिए।"
मणिपुर में गंभीर हो रही हिंसा
चुराचांदपुर जिले के तोरबंग इलाके में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा बुलाए गए 'आदिवासी एकजुटता रैली' के दौरान बुधवार को हिंसा भड़की थी। यह मार्च इंफाल घाटी में रहने वाले गैर- आदिवासियों की अनुसूचित जनजाति (एसटी) की मांग के विरोध में निकाला गया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार हजारों आंदोलनकारियों ने इस रैली में हिस्सा लिया था। इस दौरान आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच झड़प हुई और यह हिंसा पूरे राज्य में फैल गई।
अब तक 4000 लोगों को हिंसाग्रस्त क्षेत्र से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रवक्ता ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फ्लैग मार्च भी निकाला गया।