फ़िशिंग हैकर्स द्वारा इन्‍टरनेट पर नकली वेबसाइट या ईमेल के माध्‍यम से हो रही धोखेधड़ी से सावधान रहे

सेंट एमएसजी स्कूल सिरसा में बच्चों को यातायात थाना प्रभारी ने फिशिंग “इलेक्ट्रॉनिक जालसाजी”ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने बारे विस्तार से जानकारी दी 
 
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के नेतृत्व में जिला भर में चलाया जा रहा है साइबर क्राइम बारे जागरूकता अभियान

Mhara Hariyana News, Sirsa. सिरसा.

पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के नेतृत्व में जिला भर में साइबर क्राइम बारे चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के तहत जिला के यातायात थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर धर्मचंद ने आज सेंट एमएसजी स्कूल सिरसा में पहुंचकर स्कूली बच्चों को साइबर क्राइम बारे विस्तार से जानकारी दी । यातायात थाना प्रभारी ने स्कूली बच्चों को फीसिंग अलर्ट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जिस प्रकार मछली पकडने के लिये कॉटे में चारा लगाकर डाला जाता है और चारा खाने के लालच या धोखे में आकर मछली कॉटें में फंस जाती है, ठीक उसी प्रकार फिशिंग द्वारा आपकी निजी जानकारी को धोखेबाजी के माध्‍यम से चुरा लेते हैं और उसका गलत उपयोग करते हैं ।

उन्होंने कहा कि किसी भी वेब लिंक या URL पर क्लिक करने से पहले उसके सोर्स को वेरिफाई कर लें. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से आपके अकाउंट पर हमेशा हैकिंग का खतरा रहता है । यातायात थाना प्रभारी ने स्कूली बच्चों से कहा कि अगर आप अपने पर्सनल और फाइनेंशियल डेटा को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो आपको इंटरनेट पर इन्हें शेयर करने से बचना चाहिए । किसी इमेल के साथ आए अटैचमेंट को डाउनलोड करने से पहले एक बार उसकी जांच कर लें ।

कई बार साइबर ठग ऐसे ही मेल के जरिए आपके अकाउंट में सेंध लगाते हैं । अक्सर साइबर ठग आपको ऐसे मेल भेजते हैं । यातायात थाना प्रभारी ने कहा कि पब्लिक कम्प्यूटर जैसे साइबर कैफे, ई-लाइब्रेरी आदि में इंटरनेट का इस्तेमाल करने पर आप बड़ी आसानी से साइबर क्राइम का शिकार हो सकते हैं इसलिए खुले में नेटवर्क का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए । जालसाज़ अक्सर आपको कुछ फ़ोन नंबर भेजते हैं, ताकि आप उन्हें किसी व्यावसायिक उद्देश्य के लिए कॉल करें। इसलिए यूजर्स को अपने कंप्यूटर या लैपटॉप की सुरक्षा के लिए  सॉफ़्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करते रहना चाहिए।