हरियाणा अग्निशमन विभाग कर्मचारी यूनियन का प्रथम राज्य सम्मेलन आयोजित
 

मांगे नही मानी तो 20-21 अक्टूबर को होगी दो दिवसीय हड़ताल 

 

Mhara Hariyana News

नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की हरियाणा अग्निशमन विभाग कर्मचारी यूनियन का प्रथम राज्य सम्मेलन रविवार को डबवाली रोड स्थित रचना पैलेस में आयोजित किया गया। सम्मेलन में राज्य के सभी दमकल केन्द्रों से करीब दो सौ डेलीगेट ने भाग लिया। सम्मेलन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने सम्मेलन का उद्घाटन किया और नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने सम्मेलन को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित किया।

मांगे नही मानी तो 20-21 अक्टूबर को होगी दो दिवसीय हड़ताल 

हरियाणा अग्निशमन विभाग कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान राजेंद्र सिणद ने यूनियन का झंडा फहरा कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। उन्होंने सम्मेलन में बोलते हुए अल्टीमेटम दिया कि अगर 1366 फायरमैन व फायर चालकों को फायर ऑपरेटर के स्वीकृत पदों पर समायोजन के बिना 2263 पदों की शुरू की गई भर्ती प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई तो फायरमैन 20-21 अक्टूबर को हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। उन्होंने फायर के कर्मचारियों को कौशल रोजगार निगम से बाहर कर समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने, नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लेने, नियमित फायर कर्मियों को बिना शर्त एसीपी का लाभ देने और अवकाश दिवस पर का करने के बदले 1000 रुपए क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करने की मांग को प्रमुखता से उठाया और इनके समाधान तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। सम्मेलन में महासचिव सुखदेव सिंह ने सांगठनिक एवं आन्दोलनात्मक और कोषाध्यक्ष मेहर सिंह ने वित्त की रिपोर्ट प्रतिनिधियों के समक्ष पेश की। प्रतिनिधियों ने कुछ सुझावों के साथ सर्व सम्मति से पारित किया।

सरकार के खिलाफ निर्णायक आंदोलन का निर्माण का किया आह्वान 

आरोप लगाया कि कर्मियों के मुख्य संगठनों की बजाय सरकार चापलूसी करने वाले संगठनों के साथ बातचीत कर आक्रोशित कर्मियों के जले पर नमक छिड़क रही है। उन्होंने सरकार पर पुरानी पेंशन व छंटनीग्रस्त कर्मियों की बहाली, ठेका कर्मियों को पक्का करने, कौशल रोजगार निगम को भंग करने, लिपिक का वेतन 35400 करने, ग्रुप डी से ग्रुप सी में पदोन्नति कोटा बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने और पदोन्नति का समय घटाकर 2 वर्ष करने,  4-9-14 वर्ष की सेवा उपरांत बिना शर्त एसीपी का लाभ देने, खाली पड़े लाखों पदों को पक्की भर्ती से भरने,18 महीने के बकाया डीए का भुगतान करने, एचआरए के स्लेब में बदलाव करने,आनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी की समीक्षा करने,  रेशनलाईजेशन व चिराग योजना को वापस लेने,  आदि मांगों की घोर अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने प्रतिनिधियों से सरकार के खिलाफ एकजुट होकर निर्णायक का निर्माण करने का आह्वान किया। 

राजेन्द्र सिणंद बने प्रधान व सुखदेव सिंह बने महासचिव

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री की देखरेख में आगामी तीन साल के लिए नई राज्य कमेटी का सर्व सम्मति से चुनाव किया गया। जिसमें राजेंद्र सिणंद को प्रधान, संदीप सिंह को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सुखदेव सिंह को महासचिव, देवेन्द्र लोहान को डिप्टी जरनल सेकेट्री, गुलशन भारद्वाज को मुख्य संगठनकर्ता, विजय शर्मा, रमेश पहल व सत्यवान पानू को उप प्रधान,मेहर सिंह को आडीटर, सतबीर सिंह साहरन व सामून खान को सचिव,संतोष कुमार संगठन सचिव,अरुण कुमार को कोषाध्यक्ष व आंनद सिंह को प्रेस सचिव चुने गए। इसके अलावा राजीव खत्री ,जय प्रकाश, रणदीप सिंह, रुस्तम खान, सतीश कुमार, प्रदीप, नवीन डागर, मंजीत सिंह,प्रदीप गौदारा,महाबीर सिंह, जवाहर सिंह, जसबीर श्यौकंद, मनोज, गुरमेल सिंह व व संदीप को राज्य कमेटी का सदस्य चुना गया। चुने हुए पदाधिकारियों को एसकेएस के राज्य प्रधान सुभाष लांबा ने पद एवं जिम्मेदारी की शपथ दिलाई।

 सम्मेलन में निम्न पदाधिकारी मौजूद रहे 

सम्मेलन में नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश तुषामड़, महासचिव मांगें राम तिगरा, डिप्टी जरनल सेकेट्री सुनील चिंडालिया, मुख्य संगठनकर्ता शिव चरण,उप प्रधान राजेश बागड़ी, कोषाध्यक्ष महेंद्र संगेलिया, सचिव नरेश मलखट पूर्व महासचिव जरनैल सिंह चिनालिया, पूर्व उप प्रधान अशोक बोहत और सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान मदनलाल कौथ, एएचपीसी वर्कर यूनियन के उप प्रधान अनिनाश कंबौज, रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान किशोरी लाल मेहता व अशोक कुमार पटवारी आदि भी सम्मेलन में पहुंचे और एकजुटता प्रकट की।