विकसित भारत@2047 युवाओं की आवाज कार्यक्रम में सीडीएलयू की सक्रिय भागीदारी ।

Active participation of CDLU in Vikas Bharat@2047 Youth Voice Programme.
 

स्वतंत्रता के 100वें वर्ष तक भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलने की भारत सरकार की महत्वाकांक्षी पहल विकसित भारत@2047 को लेकर देश के युवाओं को उनके कर्तव्यों का बौध करवाने के उद्देश्य से आयोजित विकसित भारत 2027 युवाओं की आवाज कार्यक्रम में चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा की सक्रिय भागीदारी रही। इस कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में युवाओं को राष्ट्र विकास के लिए प्रेरित किया।  विकसित भारत 2047 के लिए आईडियाज पोर्टल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित देशभर के माननीय राज्यपाल, कुलपति, कुलसचिव, शिक्षाविद्ध एवं विद्यार्थी उपस्थित थे । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने उद्भोदन में कहा कि आज विकसित भारत के संकल्पों को लेकर बहुत ही अहम दिन है व देश की युवा शक्ति को दिशा देने का दायित्व जिन साथियों पर है, उनको एक मंच पर लाया गया हैं। शिक्षण संस्थानों की भूमिका व्यक्ति निर्माण की होती है और व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि देश को इतिहास एक ऐसा कालखंड देता है, जब वो अपनी विकास यात्रा को कई गुना आगे बढ़ा लेता है। ये एक तरह से उस देश का अमृतकाल होता है।

सीडीएलयू के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने हरियाणा राजभवन, चंडीगढ़ में आयोजित योजना के प्रथम चरण में बतौर प्रथम पैनेलिस्ट में बोलते हुए कहा कि भारत के अंदर सुशासन की शुरुआत हो चुकी है और इसी सुशासन की बदौलत विश्वभर में भारत का डंका बज रहा है। उन्होंने कहा कि सुशासन तथा सुरक्षा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और किसी भी राष्ट्र के विकास की धुरी का निर्धारण इन दोनों तत्वों पर निर्भर करता है। भारतीय अर्थव्यवस्था को भी सुदृढ करने में सुशासन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भी बेहतर शासन व्यवस्था जरूरी है जिससे देश के अंतिम जरूरतमंद व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित हो सके। प्रो. मलिक ने कहा कि बाहरी तथा आंतरिक सुरक्षा निर्धारित करके उद्योग धंधों को अपनी तरफ आकर्षित किया जा सकता है और एक सुरक्षित माहौल में ही इनोवेटिव आइडियाज का जन्म होता है जो किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए मूलभूत तत्वों में से एक है। सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रम में सीडीएलयू के कुलसचिव डॉ राजेश बंसल व प्राध्यापकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की। हाईब्रिड मोड में आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर के विश्वविद्यालयों के प्राध्यापक एवं विद्यार्थी भी प्रतिभागी बने। सीडीएलयू के सभागार में एनईपी कॉर्डिनेटर प्रो. सुरेंद्र कुंडू द्वारा शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. सुरेश गहलवात की देख-रेख में इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया।