चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय नव वर्ष के उपलक्ष्य में समारोह का आयोजन

 

सिरसा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के शिक्षक तथा गैर शिक्षक कर्मचारियों द्वारा नव वर्ष के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक को विश्वविद्यालय के कर्मचारियों द्वारा विश्वविद्यालय के विकास में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा को सेंटर आफ एक्सीलेंस की ओर अग्रसर करने में यहां के शिक्षक तथा गैर शिक्षक कर्मियों का अहम योगदान है। कुलपति ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान वहां के विद्यार्थियों से होती है। इसलिए प्रत्येक कर्मचारी को विद्यार्थी हित को ध्यान में रखते हुए तन्मयता से कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को प्रत्येक प्रकार की सुविधाएं प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन वचनबद्ध है। कुलपति ने कहा कि प्रत्येक कर्मचारी विश्वविद्यालय के विकास में अपना सहयोग दे रहा है। उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को 26 जनवरी को विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। विश्वविद्यालय कुलपति ने कहा कि जो व्यक्ति जीवन में मेहनत करता है, सफलता उसके कदम चूमती है।

कुलपति ने इस अवसर पर अपने अनेक निजी अनुभव सांझा किए और हरियाणा के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय तथा राज्य सरकार का उनके कार्यकाल को बढ़ाने पर धन्यवाद किया। उन्होंने गत 3 वर्षों के दौरान शुरू किए गए कार्यों को और अधिक तेज गति से करने के साथ-साथ भावी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर कॉम्पिटिटिव एग्जाम, यूकोप आदि स्थापित तो कर दिए गए हैं लेकिन जिन उद्देश्यों से इन सेंटर की स्थापना की गई है उन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाना समय की मांग है। उन्होंने विश्वविद्यालय की फैकल्टी तथा नॉन टीचिंग कर्मियों को नव वर्ष की बधाई दी और कहा कि सीडीएलयू एक प्रोग्रेसिव यूनिवर्सिटी है और इसके विकास में यहां के कर्मचारी अपना अहम योगदान दे रहे है । इससे पूर्व विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेश कुमार बंसल ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक के दिशा निर्देशन में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में उभर कर सामने आएगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में शिक्षकों के साथ-साथ गैर शिक्षक कर्मियों एवं हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड के तहत कार्यरत कर्मचारियों का अहम योगदान है। इस अवसर पर डीन ऐकडेमिक अफेयर्स प्रोफेसर सुरेश गहलावत ने कहा कि विश्वविद्यालय के अंदर एक बेहतर अकादमिक माहौल तैयार हुआ है और अनेक विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू किए गए हैं।


एनईपी-2020 के क्रियान्वयन में भी सीडीएलयू ने अग्रणी भूमिका निभाई है और वर्तमान में 5600 से अधिक विद्यार्थी कैंपस से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक तथा विश्वविद्यालय के प्रत्येक स्टेक हॉल्डर को सीडीएलयू में इन हाउस डिजिटलाइज एग्जामिनेशन सुविधा विकसित करने पर हार्दिक बधाई दी। सीडीएलयू के कुलाधिपति श्री दत्तात्रेय ने प्रौद्योगिकी के दौर में सीडीएलयू के इस कदम को अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए प्रेरणात्मक कदम बताया। उन्होंने कहा कि डिजिटलाइजेशन वर्तमान समय की जरूरत है और परीक्षा प्रणाली को डिजिटलाइज करके जहाँ एक तरफ समय व धन की बचत होती है वहीं दूसरी तरफ व्यवस्था में पारदर्शिता एवं अंतरराष्ट्रीयकरण को भी बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा प्रणाली को डिजिटलाइज करने से सीडीएलयू से जुड़े प्रत्येक स्टेक होल्डर लाभांवित होगा और सुचारु एवं निर्बाध परीक्षा प्रणाली विकसित होगी जोकि किसी भी शैक्षणिक संस्थान के विकास के लिए अपरिहार्य है।
इस कार्यक्रम का संचालन युवा कल्याण निदेशालय निदेशक डॉ मंजू नेहरा द्वारा किया गया और उन्होंने कहा कि खेलों तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में भी सीडीएलयू के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है ।