खरीफ -2023 की क्रॉप कटिंग: फसल बीमा कंपनी द्वारा किसानों के साथ की जा रही धोखाधड़ी का भंडाफोड़: लखविंदर सिंह
 

क्रॉप कटिंग में हो रही गड़बड़ी के चलते बीकेई टीम पहुंची गांव सादेवाला

 

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिन किसानों ने खरीफ -2023 में अपनी फसलों का बीमा करवा रखा है, एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी द्वारा उन बिमित किसानों की फसलों की उपज का आंकलन किया जा रहा है। 15 सितंबर को एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी से अमित रंजन व कृषि विभाग से सीताराम गांव सादेवाला में चंद्रपाल पुत्र रामेश्वर दास के खेत में क्रॉप कटिंग करने के लिए पहुंचे। वहां गुलाबी सुंडी के कारण नरमे की फसल बर्बाद हो रही थी।

जब उन्होंने निर्धारित प्लांट में नरमे की चुगाई की तो उसका वजन 750 ग्राम आया, जिसके चलते बीमा कंपनी का अधिकारी अमित रंजन क्रॉप कटिंग को बीच में छोडक़र ही चला गया। बाद में किसानों ने फोन करके उसको बुलाया तो उसने बताया कि कंपनी के उच्च अधिकारियों के निर्देश हंै कि जब क्रॉप कटिंग में वजन 1 किलो से कम आए तो उस पर आपने हस्ताक्षर नहीं करने हैं। इसलिए लिए वह चला गया था। इस पूरी बातचीत की किसानों ने विडियो भी बना ली, जिसमें वह साफ-साफ  कह रहा है कि उसको कंपनी से हिदायत है कि अगर किसान की फसल की उपज कम आ रही है तो उस पर हस्ताक्षर नहीं करने हैं। किसानों ने वह विडियो वायरल कर दी, जिस पर ब्लॉक रानियां के कृषि अधिकारी गुरदीप सिंह ने किसानों पर दबाव बनाना शुरू किया कि वह विडियो को डिलीट कर दें। किसानों ने इस पूरे प्रकरण के बारे में बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख को बताया। आज सुबह बीकेई टीम गांव सादेवाला पहुंची। किसानों को संबोधित करते हुए औलख ने बताया कि बीमा कंपनी व कृषि विभाग के अधिकारी एक गांव को यूनिट मानते हुए उसमें से चार अलग-अलग दिशाओं में फसल के प्लांट चिन्हित करते हैं। नरमे की फसल की क्रॉप कटिंग करने के लिए एक मरले (5.5 मीटर) का प्लांट लिया जाता है, जिसमें 12-13 दिन के अंतराल में तीन बार नरमे की चुगाई करके उसका वजन किया जाता है। क्रॉप कटिंग करते समय बीमा कंपनी के अधिकारियों के हस्ताक्षर जरुरी होते हैं। एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ने अपने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हुए हैं अगर किसान की उपज कम आ रही है तो उस पर अपने हस्ताक्षर ना करें। बीमा कंपनी धोखाधड़ी के तहत किसानों को लूटने का काम कर रही है। गुलाबी सुंडी से किसानों के नरमे की फसल बर्बाद हो चुकी है। बीमा कंपनी क्लेम से बचने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही हैं। औलख ने कहा कि खरीफ -2023 का बीमा प्रीमियम डेढ़ महीना पहले किसानों के खातों में से बैंकों ने काट लिया था। गुलाबी सुंडी के भयंकर प्रकोप से सिरसा जिले की नरमे की फसल का बहुत नुकसान हो चुका है, जिसके चलते अब बैंकों व बीमा कंपनी की मिलीभगत से सिरसा जिले के कई किसानों का बीमा प्रीमियम वापस किया जा रहा है। औलख ने कहा कि आज किसानों के व्हाट्सएप गु्रप में लिस्ट भेज दी जाएगी, जिसमें सिरसा जिले की हर गांव में क्रॉप कटिंग करने वाली बीमा कंपनी व कृषि अधिकारियों के नंबर होंगे। किसान ध्यान से अपनी फसल की क्रॉप कटिंग करवाएं, ताकि बीमा कंपनी वालों की ठगी से बचा जा सके। इस मौके पर बीकेई से दीपू गिल, भाग सिंह औलख, कुलदीप सिंह, जसविंदर सिंह, ओम प्रकाश, रविंद्र सिंह, दिलावर सिंह, ज्योति गिल, सुखदीप सिंह, गुलाब सिंह, कमल नैण, राकेश भांभू, नरेंद्र सिंह, प्रदीप कुमार, नछत्तर सिंह, दुनीराम आदि किसान शामिल रहे।