डा. बीआर अंबेडकर ने ही  दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के भविष्य को आकार दिया: गोपाल कांडा
 

भारत रत्न डा. अंबेडक़र अर्थशास्त्री, न्यायविद, राजनीतिज्ञ, समाज सुधारक और राजनीतिक नेता थे: गोबिंद कांडा
 
 

सिरसा। सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री एवं हरियाणा लोकहित पार्टी सुप्रीमो गोपाल कांडा और उनके अनुज वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने भारत के संविधान  लिखने वाले भारत रत्न डॉ भीमराव आंबेडकर को उनके  महा परिननिर्वाण दिवस पर नमन करते हुए कहा हि  वे एक बहुत बड़े अर्थशास्त्री, न्यायविद, राजनीतिज्ञ, समाज सुधारक और राजनीतिक नेता थे।  वे समाज से भेदभाव को खत्म करना चाहते थे। समाज में अछूतों को लेकर हो रहे भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था।  उन्होंने हमेशा श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकार के बारे में बात की। उनकी मृत्यु 06 दिसम्बर 1956 को हुई थी. इसलिए इस दिन अंबेडकर जी की पुण्यतिथि मनाई जाती है और साथ ही इस दिन को महापरिनिर्वाण दिवस भी कहा जाता है।


कांडा बंधुओं ने कहा कि डा.अंबेडकर ने लोगों को संदेश दिया कि  भाग्य पर आश्रित रहने के बजाय अपनी मेहनत और कर्म पर विश्वास रखना चाहि, आदि से अंत तक हम सिर्फ एक भारतीय हैं, संविधान केवल वकीलों का दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह जीवन का एक माध्यम है, मन की स्वतंत्रता ही वास्तविक स्वतंत्रता है, शिक्षा जितनी पुरुषों के लिए आवश्यक है उतनी ही महिलाओं के लिए जीवन लंबा होने की बजाय महान होना चाहिए और ज्ञान उसका आधार होना चाहिए। उन्होंनें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि देश के लिए उनकी अनुकरणीय सेवा को हर देशवासी सदैव याद रखेगा,  उनके संघर्षों ने करोंडों लोगों को आशांवित किया। महापरिनिर्वाण दिवस पूरी श्रद्धा के साथ भारत के सभी वर्ग के लोगों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी के साथ मनाया जाना चाहिए। भावी पीढ़ी को डॉ. अंबेडकर के कार्यों के बारे से अवगत करना चाहिए और यह भी बताना चाहिए कि उनकी दृष्टि ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के भविष्य को कैसे आकार दिया है।