डॉ. ढींडसा द्वारा जेसीडी विद्यापीठ के नव वर्ष की डायरी एवं कैलेंडर का विमोचन

कैलेंडर हमें व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ने में करता है सहायता : ढींडसा 

 

सिरसा:  जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर राष्ट्रीय ख्याति  प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा  ने मंगलवार को जेसीडी के एडमिन ब्लॉक में नए साल का  कैलेंडर और डायरी का विमोचन किया। इस अवसर पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के कुल सचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता , जेसीडी विद्यापीठ के  जनसंपर्क निदेशक प्राचार्य डॉ. जय प्रकाश, प्राचार्य डॉ. अरिंदम सरकार, प्राचार्या डॉ. अनुपमा सेतिया, प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल , प्राचार्या डॉ. हरलीन कौर, कार्यकारी प्राचार्य डॉ. दिनेश कुमार शर्मा, डॉ. अमरीक गिल उपस्थित थे।  

इस अवसर पर डॉ. ढींडसा ने कहा कि डायरी और कैलेंडर शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ सदस्यों  के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। एक आम आदमी के लिए, तारीख जानने और नोट्स लिखने के लिए एक कैलेंडर और डायरी उपयोगी हो सकती है, लेकिन फैकल्टी के लिए साल भर के शेड्यूल का विवरण नोट करने के लिए डायरी आवश्यक है। कैलेंडर से हमें लाइफ में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है और कैलेंडर  हमें व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ने में सहायता  करता है ।

  वास्तु और फेंगशुई की मानें तो दीवारों पर पुराने कैलेंडर की जगह नया कैंलेडर होना ही सही माना जाता है। कहा जाता है कि साल के पहले दिन दीवारों पर पुराना कैलेंडर नहीं होना चाहिए। जिससे आने वाला साल आपके लिए अच्छे से अच्छा समय लेकर आए। कैलेंडर का प्राथमिक व्यावहारिक उपयोग दिनों की पहचान करना है। वास्तव में, अकादमिक कैलेंडर प्रगति को मापने के लिए एक ट्रैकिंग टूल के रूप में कार्य करते हैं। प्रगति को शैक्षणिक पाठ्यक्रम और अन्य प्रशासनिक गतिविधियों के कवरेज में ट्रैक किया जाता है। उल्लेखनीय है कि इस कैलेंडर में जेसीडी विद्यापीठ द्वारा की जाने वाली  छुट्टियों और त्योहारों का बखूबी चित्रण किया गया है। डॉक्टर ढींडसा ने महत्वपूर्ण और जानकारीपूर्ण कैलेंडर और डायरी प्रकाशन के लिए प्रकाशन टीम के प्रयासों की सराहना की। 

  जनसंपर्क निदेशक डॉ जय प्रकाश ने कहा कि डायरी हमारे विचारों को व्यवस्थित करने और उन्हें अधिक समझने योग्य और सुलभ बनाने के लिए एक मूल्यवान उपकरण के रूप में काम करती है। एक डायरी के साथ, आप दैनिक घटनाओं का दस्तावेजीकरण कर सकते हैं, विशिष्ट अनुभवों के बारे में विचार और भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं और यहां तक ​​कि व्यक्तिगत राय भी साझा कर सकते हैं।डायरी लेखन हमारे मानसिक विकास और सृजनात्मकता को बढ़ावा देती है। इसके माध्यम से आप अपनी भावनाओं को उत्कृष्ट रूप से प्रकट करना सीखते हैं।