अच्छी शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देना हो प्राथमिकता: सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल सिंह
 

डीएवी सेनेटरी पब्लिक स्कूल में वार्षिक समारोह का आयोजन
 
 

सिरसा।डीएवी सेनेटरी पब्लिक स्कूल में वार्षिक समारोह का आयोजन किया गया। सेवानिवृत्त जस्टिस प्रीतम पाल सिंह ने समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रिंसिपल राजीव उतरेजा, साक्षी उतरेजा, हरियाणा माटी कला बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह राही, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. विवेक, प्रिंसिपल कविता शर्मा, कुशुम शर्मा, दिनेश कौशिक, लेखाकार मक्खन सिंह, भगवान दास सेठी, अध्यापिका रीतू सहित बच्चों के अभिभावक व शिक्षक मौजूद रहे।


सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि डीएवी देश की बहुत बड़ी संस्था है, देशभर में इसके एक हजार से भी अधिक स्कूल हैं। बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देना संस्था की प्राथमिकता है, जोकि बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने अध्यापकों से कहा कि वे बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ-साथ उन्हें अन्य गतिविधियां जैसे खेल, कला व प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित करें। उन्होंने कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा दी गई मनमोहक प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज बच्चों ने विभिन्न संवेदनशील विषयों को हम सभी के सामने रखा है। इस बातों पर हम सभी को चिंतन अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल छोड़ चुकी बेटियों को मौका दें ताकि वे भी आगे बढ सके। संस्कार देना बच्चों को बेहद जरूरी है ताकि वे समाज में अपनी भूमिका निभा सकें। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे पैसे इकट्ठा करने पर जोर न दें बल्कि बच्चों के संस्कार, शिक्षा व खेलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करें, यही असली दौलत होती है। उन्होंने अध्यापकों से अपील की कि वे आदर्श अध्यापक बनकर जिम्मेदारी के साथ बच्चों को बढाएं।


इस अवसर पर देश भक्ति (कारगिल) पर बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, भंगड़ा, हरियाणवी डांस, राजस्थानी डांस, नशा मुक्ति, स्वामी विवेकानंद, दहेज प्रथा, पॉलीथीन का उपयोग न करने, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, स्वच्छता अभियान, पौधारोपण पर बेहद शानदान प्रस्तुतियां दी।


प्रिंसिपल राजीव उतरेजा ने मुख्यअतिथि जस्टिस प्रीतम पाल सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मुख्यअतिथि ने सांस्कृतिक व खेल गतिविधियों में भाग लेने वाले बच्चों को सम्मानित किया।