जिंदगी के प्रति सकारात्मक सोच से नहीं होगा हृदय रोग: डा. अभिषेक सिंह

 

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। सिटी हेल्थकेयर एंड न्यूरो रिसर्च सेंटर एंड ग्लेनमार्क कंपनी ने मिलकर विश्व हृदय दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर डा. अभिषेक सिंह, डा. पंकज पालीवाल और डा. विकास ने मिलकर विश्व हृदय दिवस पर लोगों को रक्तचाप की रोकथाम के घरेलू उपाय बताए। डा. सिंह ने बताया कि दुनिया में पहली बार विश्व हृदय दिवस 24 सितंबर 2000 को मनाया गया था। विश्व स्वास्थ्य महासंघ के पूर्व अध्यक्ष एंटोनी बार्ड डी लूना को विश्व हृदय दिवस मनाने का विचार आया। इस विचार पर उन्होंने एक रिपोर्ट पेश की, जिसे अपना लिया गया और वर्ष 2000 में हृदय दिवस मनाया गया। वैश्विक मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाने का फैसला लिया गया। उन्होंने बताया कि कम उम्र के लोगों में भी हृदय रोग का खतरा बढ़ रहा है।

रिपोट्र्स के मुताबिक, 30 से कम आयु के लोगों में हृदय रोग संबंधित गंभीर समस्याएं होने लगती हैं, जो कि जानलेवा हो सकती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ हृदय रोगों के जोखिम से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। डा. अभिषेक सिंह ने बताया मिक हृदय रोगों में स्ट्रोक, जन्मजात हृदय दोष, हृदयाघात, कार्डियक अरेस्ट, पेरिकार्डियल बहाव, रुमेटिक हृदय रोग, कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना आदि शामिल हैं। दिल की इन गंभीर बीमारियों से दूर रहने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हालांकि लोगों को हृदय रोगों की गंभीरता का तब तक पता नहीं चलता, जब तक वह इससे पीडि़त न हो जाएं। इस कारण लोगों को हृदय रोगों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल सितंबर माह में विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। डा. सिंह ने स्वस्थ दिल के लिए टिप्स देते हुए बताया कि संतुलित डाइट लें। इसमें कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और नमक की मात्रा संतुलित होनी चाहिए। ज्यादा नमक वाला खाना ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, जो आगे चलकर दिल की बीमारियां पैदा करता है। बॉडी मास्क इंडेक्स के अनुसार ही शरीर के वजन को मेंटेन करना भी जरूरी है। किसी भी प्रकार की हल्की एक्सरसाइज करने से दिल से जुड़ी बीमारियों को कम करने में मदद मिल सकती है। अगर किसी व्यक्ति को स्मोकिंग करने या ज्यादा शराब पीने की आदत है, तो तुरंत छोड़ देना चाहिए। इन चीजों का सेवन करने से दिल की सेहत पर बुरा असर पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। दिल की बीमारियां अक्सर तनाव के कारण भी होती हैं, इसलिए जिंदगी के प्रति एक अच्छी सोच रखनी चाहिए। अगर आप तनावमुक्त जीवन जिएंगे, तो हार्ट हेल्दी रहेगा और बीमारियों का खतरा कम हो जाएगा।