आसमान से बरसी आफत, कई गांवों में गिरे ओले, गेहूं की फसल प्रभावित, शहर में सड़कें जलमग्न
 

प्रकृति की मार के आगे धरतीपुत्र फिर लाचार, गांवों में बिछी ओलों की सफेद चादर
 

Mhara Hariyana News, Sirsa, सिरसा। शुक्रवार को सिरसा में सुबह सवेरे से ही रह रह की तेज बरसात होती रही। बरसात के कारण जहां शहरी क्षेत्र में जलभराव हो गया वहीं ग्रामीण आंचल में स्थिति और भी बदहाल हो गई।

जिले के अनेक गांवों में ओलावृष्टि हुई, जिस कारण गांवों में हर तरफ ओलों के कारण धरती पर बर्फ की सफेद चादर नजर आने लगी। ओले गिरने के कारण गेहूं की फसल प्रभावित हो गई। लोग अपने घरों व गली मुहल्लों में पड़े ओलों की तस्वीरें व वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे। काफी दूरी तक धरती पर ओलों की सफेद चादर बिछने के कारण नजारा शिमला का सा हो गया।

ओलावृष्टि के कारण जिले के इन गांवों में फसल हुई प्रभावित
ओलावृष्टि के कारण जिले के गांव जोधपुरिया, साहुवाला प्रथम, खुइयांनेपालपुर, पीरखेड़ा, भागसर, पन्नीवाला मोटा, खाईशेरगढ़, छतरियां, बड़ागुढ़ा इत्यादि गांवों में ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि के कारण तापमान में गिरावट आ गई। किसानों के मुताबिक ओलावृष्टि के कारण उनकी खेतों में खड़ी 40 से 50 प्रतिशत फीसद नष्ट हो गई। खेतों में अनेक जगह फसल कटाई कर रखी हुई थी वह भी ओले गिरने से प्रभावित हो गई। इसके अलावा खारियां, महम्म्दपुरिया, बालासर, भडोल्यांवाली, मंगालिया, कुस्सर , नेजिया, बाजेकां, कंगनपुर, वैदवाला, हांडीखेड़ा, धिंगतानियां, रंगड़ी, खाजाखेड़ा, नटार, बेगू, डिंग आदि में तेज बरसात व हवाओं के कारण फसल प्रभावित हो गई। 

राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी

ओले गिरने के कारण राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी। आसमान से तेज गति से गिरते हुए ओले कारों व गाड़ियों के शीशों पर गिर रहे थे, जिस कारण राहगीर बीच रास्ते में ही रूक गए। वहीं बरसात के कारण सिरसा शहर के मुख्य बाजारों में जलभराव हो गया। लोगों को आने जाने में परेशानी हुई।