राष्ट्रीय किसान मंच ने रानियां तहसील में लगाया पक्का मोर्चा
 

चेतावनी, मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा संघर्ष
 
 

Mhara Hariyana News, Sirsa, सिरसा। जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों, रानियां को तहसील का का दर्जा देने, खराब हुई फसलों का किसानों-मजदूरों को उचित मुआवजा देने, किसान आंदोलन के दौरान किए गए वायदों को पूरा न करने व किसानों और मजदूरों की पेंशन शुरू करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मंच ने रानियां तहसील कार्यालय में पक्का मोर्चा लगा दिया है।

पक्के मोर्चे का नेतृत्व राष्ट्रीय किसान मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष जिंदा सिंह नानूआना ने किया। नानूआना ने कहा कि दिल्ली जंतर-मंतर पर देश की बेटियां पिछले काफी दिनों से इसंाफ की मांग को लेकर धरना लगाए बैठी है, लेकिन सत्ता के नशे में चूर बीजेपी सरकार बेटियों को इंसाफ दिलाने की बजाय अपने सांसद को बचाने के लिए प्रयास कर रही है। सरकार की इस मंशा से उसका बेटियों के प्रति दोगला चेहरा भी सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि देश के लिए पदक जीतने के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाली बेटियां आज इंसाफ के लिए अर्श से फर्श पर आ गई है, लेकिन इस तानाशाही सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।

उन्होंने कहा कि रानियां उपमंडल को तहसील का दर्जा दिलाने के लिए लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है, लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। तहसील नहीं होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ-साथ बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का मुआवजा अभी तक किसानों को नहीं मिला है, जिसे तुरंत जारी किया जाए। नानूआना ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान किए गए वायदों से सरकार मुकर गई है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने किसानों और मजदूरों को भी पेंशन देने की मांग की। वहीं लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई घटना के आरोपियों को अभी तक सजा नहीं मिली है, जिसके लिए किसान फिर से एकजुट होकर संघर्ष करेंगे। इस मौके पर मंच के प्रदेशाध्यक्ष लक्खा सिंह अलीकां, बलवंत सिंह, हैप्पी भिंडर, मनमोहन सिंह, राजेश नानूआना, हैप्पी रानियां, सतनाम चंद सहित अन्य किसान मौजूद थे।