डायग्नोसिस इन ऑफ्थैल्मोजि सिम्पोजियम में बोले वक्ता: शोधकर्ताओं और कार्यों को बेहतरीन मंच प्रदान करते हैं इस प्रकार के आयोजन

 

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। सिरसा फतेहाबाद ऑफ्थैल्मोजिकल सोसायटी द्वारा डायग्नोसिस इन ऑफ्थैल्मोजि सिम्पोजियम का निशुराज रिसोर्ट में आयोजन किया गया। प्रात: 9 बजे से शाम पांच बजे तक निरंतर पांच सत्र में हुए इस कार्यक्रम में आंखों की बिमारियों से संबंधित हर पक्ष पर विस्तृत चर्चा हुई। सिम्पोजियम का उद्घाटन आईएमए के प्रदेश संरक्षक डा. वेद‌ बैनीवाल ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

सोसायटी के प्रधान डा. प्रवीण अरोड़ा ने देशभर से आए नेत्र चिकित्सा विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए बताया कि इस एतिहासिक कांफ्रेंस को हरियाणा मैडिकल काउंसिल द्वारा मान्यता दी गई है। सचिव डा. महिप बंसल ने पुष्पगुच्छ भेंट कर मुख्य वक्ता नागपुर महाराष्ट्र से आए एआरसी चेयरमैन डा. प्रशांत भावन कुले व मैंबर डा. टिंकू वली का स्वागत किया। हरियाणा आफ्थैल्मोजिकल सोसायटी की प्रधान डा. मनीषा नाडा रोहतक, सचिव डा. इंद्र मोहन रुस्तगी व‌ पीजीआई रोहतक के पूर्व निदेशक डा. सीएस ढुल विशेष रूप से मौजूद थे। सिम्पोजियम में वक्ताओं ने कहा कि मानव शरीर में आंखों का अत्यधिक महत्व है और इनसे संबंधित रोग को लेकर व्यक्ति अपने चिकित्सक के पास बहुत विश्वास और उम्मीद लेकर आता है। इसलिए आंखों के उपचार क्षेत्र में डायग्नोसिस रिसर्च में आधुनिक तकनीक से निरंतर आगे बढऩा चाहिए। इस प्रकार के आयोजन देश भर में होने वाले शोधकर्ताओं और कार्यों को बेहतरीन मंच प्रदान करते हैं। शोध एवं तकनीकी दृष्टि से यह कार्यक्रम काफी ज्ञानवर्धक एवं उपयोगी रहा। समापन से पहले नेत्र रोग पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाई गई। इस अवसर पर डा. राजन गुप्ताए जयपुर से डा. हर्षुल टाक, एम्स हैदराबाद से डा. अरविंद मौर्या, एम्स भटिंडा से डा. राजविंदर कौर, डा. सीमा पूनिया. डा. एम एल बागला, डा. अमित वासिल, डा. विवेक गगनेजा डा. गौरव गोयल, डा. युविका गोयल, डा. निकिता अरोड़ा सहित बड़ी संख्या में नेत्र चिकित्सा क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल हुए।