दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शानदार हुआ आगाज
 

ढोल-नगाड़े, बीनवादक और हरियाणवी गीतों ने जमाया रंग
 

सिरसा।श्रीमद्भागवत के मंत्रोच्चारण व यज्ञ-हवन की पावन आहुतियां अर्पित करते हुए उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव -2023 का शुभारंभ किया। उनके साथ महोत्सव के अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती व नगराधीश अजय सिंह भी मौजूद रहे।


यज्ञ-हवन के साथ शुरू हुआ महोत्सव
सभागार परिसर आज पूरी तरह से गीतामय रंग में रंगा हुआ नजर आया। जिला प्रशासन व सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित किए गए इस दो दिवसीय धार्मिक उत्सव में हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा हरियाणा की लोक परंपराओं को दर्शाया गया है। हवन यज्ञ में उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने पूर्णाहुति अर्पित की। इसके उपरांत उपायुक्त ने रिबन काटकर विभिन्न विभागों व संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।


प्रदर्शनी का अवलोकन किया उपायुक्त ने
उपायुक्त ने सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, पुलिस विभाग (यातायात पुलिस), जिला ग्रामीण विकास एजैन्सी, जन स्वास्थ्य विभाग, जिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, स्वास्थ्य विभाग, जिला उद्योग केन्द्र, बागवानी विभाग, वन विभाग, शिक्षा विभाग, सीईओ/एफएफडीए, सीईओ मिल्क प्लांट, महिला एवं बाल विकास विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, बिजली वितरण निगम, समाज कल्याण विभाग, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी, अग्रणी जिला प्रबंधक, खेल विभाग, रेडक्रास सोसायटी, आयुष विभाग, रोजगार विभाग, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग आदि की स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को जनहित में चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलवाए जाने के निर्देश दिए।


उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने इस आयोजन की सराहना करते हुए जिलावासियों को गीता महोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि परमयोगी भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो गीता ज्ञान दिया था, वह आज भी हम सबके लिए प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि जिलास्तर पर मनाए जा रहे गीता महोत्सव में सभी विभाग, सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं सहयोग दे रही हैं। गीता को पढ़ने के साथ के इसके उपदेश को अपने जीवन में भी उतारना चाहिए।


अतिरिक्त उपायुक्त डा. विवेक भारती ने कहा कि गीता एक ऐसा अमर ग्रंथ है, जिसमें हमारे जीवन की हर समस्या, हर कठिनाई, हर उलझन का समाधान छिपा है। यह केवल उपदेश नहीं बल्कि उपचार भी है। आस्था ही नहीं अपितु जीवन की पद्धति भी है। गीता में कर्म को प्रधान बताया गया है, जिससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें लक्ष्य निर्धारित करके कर्म करते रहना चाहिए। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भारतीय संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बहुत प्रयास किए हैं, जिनके सार्थक परिणाम मिल रहे हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाया दर्शकों ने
सभागार में उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने मंच पर दीप प्रज्ज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। हरियाणवी राग-रागनियां, भजन, एकल नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा देख कर दर्शक भाव-विभोर हो गए। परिसर में ढोल-नगाड़े व बीन कलाकारों की थाप पर छात्र-छात्राओं ने जमकर डांस किया। पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं ने हरियाणवी लोकगीत व नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया।


कल भी जारी रहेगा महोत्सव
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी पारू लता ने बताया कि कल 23 दिसंबर को दोपहर 12 बजे गीता के 18 श्लोकों का उच्चारण किया जाएगा। महोत्सव के अंतिम दिन सिरसा लोकसभा क्षेत्र की सांसद सुनीता दुग्गल बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करेंगी। दोपहर 1 बजे श्री गीता जी की नगर में बैंड बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शाम को चार बजे पारितोषिक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के अनुयायी तथा उपस्थित नागरिकों ने हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे गीता महोत्सव को अत्यंत प्रेरणादायी बताया।


अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में शिक्षा विभाग की टीम प्रथम, स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वितीय तथा आयुष विभाग की टीम तृतीय स्थान पर रही। प्रतियोगिताओं में विभिन्न विभागों की कुल सात टीमों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान से बहन जगदीपा भारती व बहन चंडा भारती ने गीता आरती की। इस अवसर पर गुरुद्वारा चिल्ला साहिब द्वारा लंगर व्यवस्था करवाई गई।


ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में उप निदेशक कृषि डा. सुखदेव सिंह, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी पारू लता, जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव लाल बहादुर बेनीवाल, सीडीएलयू सिरसा में मास कम्यूनिकेश विभाग के हैड अमित सांगवान, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बुटा राम, एओ प्रेम कुमार, एओ अमित कुमार, राजेश दुआ, लेखराज सचदेवा, राज अरोड़ा, संदीप मेहता, जुगल, मोहित सोनी, मनोज सचदेवा, सुनीता सचदेवा, भावना अरोड़ा, उषा मेहता, रीतु अरोड़ा, सनातन धर्म संस्कृत सभा से सुरेंद्र बंसल, बजरंग पारीक, हरीओम भारद्वाज सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।