शिवसेना का चुनाव चिन्ह फ्रीज! जानें अब ठाकरे और शिंदे के पास क्या है विकल्प?

Shivsena's election symbol freezes! Know what is the option for Thackeray and Shinde now?

 

Mhara Hariyana News:

केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना चुनाव चिन्ह फ्रीज होने के बाद अब सवाल खड़ा होता है कि एकनाथ शिंदे और ठाकरे गुट कौन सा नया चिन्ह चुनेगा. शिंदे गुट की दशहरा रैली में स्टेज पर 51 फुट लंबी तलवार रखी गई थी. तलवार पूजा से ही रैली शुरू हुई थी. शिवसेना विधायक ने सीएम शिंदे को 12 फुट की चांदी की तलवार भेंट भी की थी. अगर सांकेतिक रूप से यह मानें कि शिंदे गुट तलवार चिन्ह लेने की कोशिश करेगा तो जवाब यह है कि चुनाव आयोग की लिस्ट में जितने चुनाव चिन्ह हैं, उनमें तलवार नहीं है.


अब उद्धव ठाकरे गुट की बात करें तो उद्धव के करीबी मिलिंद नार्वेकर ने आज एक ट्वीट किया, जिसमें एक बाघ का फोटो डालकर कैप्शन में लिखा है- आमचं चिन्ह- श्री उद्धव बालासाहेब ठाकरे. यहां भी सवाल जस का तस बना हुआ है कि चुनाव आयोग जिन तीन चुनाव चिन्हों में से एक विकल्प को चुनने का ऑपश्न देगा, उस लिस्ट में बाघ का चुनाव चिन्ह भी नहीं है.

ना तलवार, ना बाघ, ना गदा…फिर नया चुनाव चिन्ह होगा क्या?
थोड़ा पीछे जाएं तो पाएंगे कि ठाकरे की दशहरा रैली में गदा का जिक्र काफी हुआ. इससे पहले जब राज्य में हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर विवाद शुरू था तब उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया था कि उनके पास सिर्फ शिवसेना का ‘धनुषबाण’ (चुनाव चिन्ह) ही नहीं हनुमान जी की गदा भी है. इसे अगर हम नए चुनाव चिन्ह के च्वाइस का संकेत समझें तो, यह भी इलेक्शन कमीशन के चुनाव चिन्हों की सूची में नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि दोनों पार्टियां कौन सा चुनाव चिन्ह लेना चाहेगी?