विनय श्रीवास्तव कत्ल मामले में मंत्री के बेटे पर आखिर इतनी मेहरबानी क्यों? पूछताछ से परहेज कर रही पुलिस

 

लखनऊ : Vinay Srivastav हत्याकांड में पीड़ित परिजन शुरू से ही केंद्रीय राज्यमंत्री Koshal Kisore के बेटे Vikas Kisore पर साजिश में शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं। वह अभी भी आरोपों पर अड़े हैं। हैरानी की बात ये है कि Police ने अब तक Vikas से एक बार भी पूछताछ करने की जहमत नहीं उठाई है। 

परिजन इसको लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। ये भी आरोप लगा रहे हैं कि Police मंत्री के दबाव में कार्रवाई करने से पीछे हट रही है। Police ने सिर्फ असलहा लाइसेंस निरस्तीकरण संबंधी मामले में उसको नोटिस जारी कर बयान के लिए बुलाया है।

वारदात बृहस्पतिवार रात को हुई। शुक्रवार देर शाम Police ने खुलासा किया, जिसमें बताया कि घटना के वक्त आरोपी अंकित वर्मा, अजय रावत और शमीम मौजूद थे। Vikas कौशल बृहस्पतिवार शाम को साढ़े चार बजे की फ्लाइट से दिल्ली चले गए थे। 

घटना की जानकारी के बाद वह लौटे। इसको लेकर परिजनों का कहना था कि भले Vikas घटनास्थल पर नहीं थे, लेकिन क्या वह बाहर रहकर साजिश में शामिल नहीं हो सकते। 

Vinay के भाई Vikas श्रीवास्तव ने इस संबंध में अपने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें Vikas पर सीधा आरोप लगाया है। वहीं, Police खुलासे के दिन Vikas के दिल्ली में होने की बात कहकर एक तरह से क्लीनचिट दे दी थी। यही वजह है कि उससे अब तक एक बार भी पूछताछ नहीं की।
मकान उसका, पिस्टल उसकी...पर पूछताछ से परहेज
घटनास्थल मंत्री का आवास है। यहां Vikas Kisore ही अधिकतर समय रहता था। जिस पिस्टल से हत्या हुई वह भी Vikas की है। इसके बावजूद उसके बयान तक न लेना कई सवाल खड़े करता है। परिजनों का कहना था कि मंत्री के दबाव में मनगढ़ंत कहानी बनाई गई।
 
Vikas को एयरपोर्ट छोड़ने गया था Vinay
बृहस्पतिवार को Vinay भी Vikas को छोड़ने एयरपोर्ट गया था। जो आखिरी इंस्टाग्राम रील Vinay ने बनाई थी वह एयरपोर्ट से लौटते वक्त की है। जांच में ये भी सामने आया कि उस दिन देर शाम करीब साढ़े सात बजे Vikas की अजय से फोन पर बात हुई थी। तब ये सभी आवास पर ही थे। Vikas दिल्ली पहुंच चुका था।

आज डीएम को भेजी जाएगी रिपोर्ट
Police Vikas के शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण संबंधी रिपोर्ट सोमवार को भेजेगी। इसकी फाइल रिपोर्ट Police ने तैयार कर ली है। निरस्तीकरण संबंधी आगे की कार्रवाई अब डीएम कार्यालय से की जाएगी।
शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई के संबंध में Vikas Kisore को नोटिस भेजा गया है। हत्याकांड के मामले में अब तक उससे पूछताछ नहीं की गई है।- चिरंजीव नाथ सिन्हा, एडीसीपी पश्चिटे
आखिर क्यों नहीं लगाई ये धाराएं
Police ने पहले हत्या की धारा में मुकदम दर्ज किया था। बाद में उसमें आर्म्स एक्ट बढ़ाया। चूंकि मामले में एक इरादे से साजिश रचकर वारदात को अंजाम देने की बात सामने आई। ऐसे में साजिश रचने व दफा 34 क्यों नहीं लगाई। अफसरों का कहना है कि विवेचना जारी है। जैसे-जैसे साक्ष्य व बयान सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

6500 क्वायर फीट जमीन का ही था विवाद
शुरू में मामला सामने आया था कि हाईवे किनारे Vinay और अरुण प्रताप उर्फ बंटी के साझे में 6500 स्क्वायर फीट जमीन थी। जिसको Vinay बेचना चाहता था और बंटी मना कर रहा था। इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। हालांकि एडीसीपी पश्चिम का कहना है कि इस जमीन के अलावा अन्य किसी जमीन के बारे में जानकारी नहीं हो सकी है।

आरोपों की जांच जारी है। लेकिन, अब तक जमीन विवाद में वारदात को अंजाम देने को लेकर कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। जो तथ्य हैं, उसी आधार पर खुलासा किया जा चुका है। बाकी विवेचना जारी है।
बदल सकती है विवेचना
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज केस के विवेचक हैं। सूत्रों के मुताबिक केस की विवेचना या तो बदल सकती है या फिर एसआईटी गठित हो सकती है। जिससे विवेचना बेहतर तरीके से हो सके।