रूकमणि विवाह की झांकी ने किया श्रद्धालुओं को भाव विभोर
 

कथा वाचक ने छठे दिन गोवर्धन व रूकमणि विवाह का सार सुनाया

 

Mhara Hariyana News, Sirsa

सिरसा। सतनाली गोदाम के पीछे, शमशाबादपट्टी क्षेत्र में मां भगवती इच्छा पूर्ण मंदिर में मूर्ति स्थापना के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में करवाई जा रही श्रीमद्भागवत महाज्ञान यज्ञ के छठे दिन कथा व्यास अनीता शास्त्री (आगरा वाले) ने कहा कि सर्वेश्वर भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रज में अनेकानेक बाल लीलाएं की, जो वात्सल्य भाव के उपासकों के चित्त को अनायास ही आकर्षित करती हैं।

जो भक्तों के पापों का हरण कर लेते हैं, वही हरि हैं। भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। मथुरा गमन प्रसंग में अक्रूर जी भगवान को लेने आए।

जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा जाने लगे समस्त ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण के रथ के आगे खड़ी हो गई। कहने लगी हे! कन्हैया जब आपको हमें छोड़कर ही जाना था, तो हम से प्रेम क्यों किया। गोपी उद्धव संवाद, श्री कृष्ण एवं रुक्मणि विवाह उत्सव पर मनोहर झांकी प्रस्तुत की गई। कथावाचक ने गोवर्धन कथा का भी सार सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। कथा के बाद श्रद्धालुओं को 56 भोग का प्रसाद ठाकुर जी को भोग लगाने के बाद वितरित किया गया। राजेंद्र सैनी ने बताया कि 26 जून को सुबह सवा 6 बजे हवन होगा, सुबह सवा 9 बजे कथा वाचन होगा और सुबह 11 बजे भंडारा होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे। सैनी ने बताया कि कथा का समय सांय 3 बजे से 6 बजे तक रहेगा। उन्होंने सभी धर्मपे्रमी सज्जनों से आह्वान किया कि वे कथा श्रवण कर पुण्य के भागी बनें।