'बच्चों के खिलाफ खेलते हुए बच्चे अच्छे लगते हैं', विंडीज में भारत की हार पर गावस्कर का दिलचस्प बयान
Mhara Hariyana News, New Delhi
Indian Cricket team का Westindies दौरे पर मिला-जुला रहा। टेस्ट Series 1-0 से जीतने के बाद टीम India किसी तरह वनडे में मेजबान टीम को 2-1 से हराने में कामयाब रही। T20 Series में भारत को जीत नहीं मिली।
पहले दो Match हारने के बाद उसने वापसी की और Series को 2-2 पर पहुंचा दिया, लेकिन आखिरी मुकाबले को जीतकर Westindies ने Series को 3-2 से अपने नाम कर लिया। युवा खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन टीम T20 Series में आउट ऑफ फॉर्म दिखी। T20 के नतीजों को देखने के बाद भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने एक दिलचस्प बयान दिया।
गावस्कर ने एक इंटरव्यू में कहा, ''एक खिलाड़ी फ्रेंचाइजी स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन जब देश के लिए खेलने की बात आती है तो दबाव और अपेक्षाएं बढ़ जाती हैं। यहां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को भी कठिनाई होती है। हमने ऐसा कितनी बार देखा है जब अंडर-19 के खिलाड़ी सीनियर टीम में आगे नहीं बढ़ पाते हैं।'' टीम India के लिए T20 Series में तीन खिलाड़ियों ने डेब्यू किया। यशस्वी जायसवाल के अलावा तिलक वर्मा और मुकेश कुमार को खेलने का मौका मिला।
युवाओं के लिए सीनियर स्तर पर चीजें अलग होती हैं: गावस्कर
गावस्कर ने कहा, "बच्चों के खिलाफ खेलते हुए बच्चे काफी अच्छे लगते हैं। जब वे सीनियर टीम के खिलाफ खेलते हैं, तो उन्हें अचानक पता चलता है कि जो चीज अंडर-19 स्तर पर केक के टुकड़े की तरह दिखती है, वह सीनियर स्तर पर अलग होती है।'' उन्होंने कहा कि Westindies के खिलाफ T20 Series की हार Indian टीम के लिए निराशाजनक नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कैरेबियाई खिलाड़ियों ने अपने इतिहास में दो बार T20 विश्व कप जीता है।
Westindies से हारना शर्म की बात नहीं
गावस्कर ने कहा, ''Westindies से हार निराशाजनक नहीं होनी चाहिए। यह मत भूलिए कि उन्होंने दो बार आईसीसी T20 विश्व कप जीता है और उनके खिलाड़ी आईपीएल में जिन विभिन्न फ्रेंचाइजियों के लिए खेलते हैं, उनके लिए Match विजेता हैं।
इसलिए वे शीर्ष पर हैं। अच्छी T20 टीम से हारना कोई शर्म की बात नहीं है। हालांकि, यह इस बात की चेतावनी हो सकती है कि भारत को अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए किन क्षेत्रों में सुधार करने की आवश्यकता है।''