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दिल्ली में AAP विधायक अमानतुल्ला गिरफ्तार: ACB के छापे में बिना लाइसेंस के हथियार और कैश मिले

आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
 
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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Mhara Hariyana News: एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने शुक्रवार को उनके घर समेत पांच ठिकानों पर छापे मारे थे, इसमें बिना लाइसेंस वाले हथियार और 12 लाख रुपए बरामद हुए थे। वक्फ बोर्ड से जुड़े घोटाले के मामले में ACB ने विधायक के घर के अलावा जामिया, ओखला और गफूर नगर में पांच ठिकानों पर छापेमारी की थी।

ACB की कार्रवाई पर अमानतुल्लाह ने कहा कि जांच करने वाले लोग कहते हैं कि ऊपर से प्रेशर है, लेकिन ये लोग CEO वक्फ बोर्ड की शिकायत पर ऐसा कर रहे हैं।

=ACB की रेड के दौरान आम आदमी पार्टी के वार्ड प्रेसिडेंट और अमानतुल्लाह के करीबी कौशर इमाम सिद्दकी के यहां से भी कैश, पिस्टल और कारतूस बरामद हुए हैं. कौशर इमाम के घर से 12 लाख बरामद किए गए हैं. अब तक की रेड में कुल 24 लाख कैश और 2 हथियार और कारतूस बरामद हुए हैं.

जो रिकॉर्ड मांगे गए, वो मैंने दिए हैं: अमानतुल्लाह

वहीं, अमानतुल्लाह ने कहा- ये लोग कहते हैं ऊपर से प्रेशर है. कोई भी शिकायत डालता है. CEO वक्फ बोर्ड की शिकायत पर ऐसा हो रहा है. कॉन्ट्रैक्ट के लिए नहीं, पर्मानेंट स्टाफ के लिए नियुक्ति हुई थी. दंगों के समय मेरा पर्सनल अकाउंट, रिलीज अकाउंट नहीं बन सकता था. उन्होंने कहा कि मुझसे पहले 24 लोगों को भर्ती किया गया. सबको मेरिट बेस पर लिया गया. उसी CEO ने इन लोगों भी रखा, जिसने शिकायत की है. ये 2022 के रिकॉर्ड मांग रहे हैं जो हमने दिया. रिलीफ कमिटी 2020 में बनी, FIR उससे पहले हो गई. ना मैंने किसी केस को प्रभावित किया ना कुछ गलत किया. मैंने सभी मानदंडों का पालन किया है. मेरे खिलाफ 23-24 FIR हैं.

मानदंडों का पालन किया है

खान ने कहा- हर बार जब भी किसी अनजान व्यक्ति को शिकायत होती है तो ये लोग मुझे पूछताछ के लिए बुलाते हैं. मैंने 125 स्थायी कर्मचारियों के लिए प्रस्ताव भेजा था लेकिन वह मंजूर नहीं हुआ. मुझे उस काम के लिए संविदा कर्मचारियों को काम पर रखना पड़ा जो मैंने मानदंडों का पालन किया था. भर्ती समिति ने योग्यता के आधार पर लोगों को नियुक्त किया था, यह नहीं कह सकता कि मेरे रिश्तेदारों को वरीयता दी गई या नहीं.

ये है मामला

दरअसल, अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड के बैंक खातों में 'वित्तीय गड़बड़ी', वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में किरायेदारी का निर्माण, वाहनों की खरीद में 'भ्रष्टाचार' और दिल्ली वक्फ बोर्ड में सेवा नियमों में उल्लंघन करते हुए 33 लोगों की 'अवैध नियुक्ति' के आरोप हैं. इस संबंध में ACB ने जनवरी 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया था.

खान पर दिल्ली वक्फ बोर्ड का चेयरमैन रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करने और अपने करीबियों की नियुक्तियां करने का आरोप लगा है. सीबीआई ने इसी साल मई में अमानतुल्लाह खान पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी

आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान की मुसीबत बढ़ गई है. शुक्रवार देर शाम ACB ने अमानतुल्लाह को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले दोपहर में अमानतुल्लाह के ठिकानों पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रेड मारी और जांच की. अमानतुल्लाह के घर और 5 ठिकानों पर रेड की गई थी. ये पूरी कार्रवाई वक्फ बोर्ड से जुड़े मामले में की जा रही है.


बताया गया है कि रेड के दौरान अमानतुल्ला के ठिकाने से विदेशी पिस्टल ब्रेटा (Baretta) बरामद की गई है. इस पिस्टल का लाइसेंस नहीं है. बताया गया कि ये पिस्टल अमानतुल्लाह के बिजनेस पार्टनर हामिद अली के घर से मिली है. साथ ही 12 लाख रुपये कैश भी मिला है. टीमें यहां जामिया, ओखला, गफूर नगर में रेड कर रही हैं. 

जो रिकॉर्ड मांगे गए, वो मैंने दिए हैं: अमानतुल्लाह

वहीं, अमानतुल्लाह ने कहा- ये लोग कहते हैं ऊपर से प्रेशर है. कोई भी शिकायत डालता है. CEO वक्फ बोर्ड की शिकायत पर ऐसा हो रहा है. कॉन्ट्रैक्ट के लिए नहीं, पर्मानेंट स्टाफ के लिए नियुक्ति हुई थी. दंगों के समय मेरा पर्सनल अकाउंट, रिलीज अकाउंट नहीं बन सकता था. उन्होंने कहा कि मुझसे पहले 24 लोगों को भर्ती किया गया. सबको मेरिट बेस पर लिया गया. उसी CEO ने इन लोगों भी रखा, जिसने शिकायत की है. ये 2022 के रिकॉर्ड मांग रहे हैं जो हमने दिया. रिलीफ कमिटी 2020 में बनी, FIR उससे पहले हो गई. ना मैंने किसी केस को प्रभावित किया ना कुछ गलत किया. मैंने सभी मानदंडों का पालन किया है. मेरे खिलाफ 23-24 FIR हैं.

मानदंडों का पालन किया है

खान ने कहा- हर बार जब भी किसी अनजान व्यक्ति को शिकायत होती है तो ये लोग मुझे पूछताछ के लिए बुलाते हैं. मैंने 125 स्थायी कर्मचारियों के लिए प्रस्ताव भेजा था लेकिन वह मंजूर नहीं हुआ. मुझे उस काम के लिए संविदा कर्मचारियों को काम पर रखना पड़ा जो मैंने मानदंडों का पालन किया था. भर्ती समिति ने योग्यता के आधार पर लोगों को नियुक्त किया था, यह नहीं कह सकता कि मेरे रिश्तेदारों को वरीयता दी गई या नहीं.

ये है मामला

दरअसल, अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड के बैंक खातों में 'वित्तीय गड़बड़ी', वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में किरायेदारी का निर्माण, वाहनों की खरीद में 'भ्रष्टाचार' और दिल्ली वक्फ बोर्ड में सेवा नियमों में उल्लंघन करते हुए 33 लोगों की 'अवैध नियुक्ति' के आरोप हैं. इस संबंध में ACB ने जनवरी 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया था.

खान पर दिल्ली वक्फ बोर्ड का चेयरमैन रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करने और अपने करीबियों की नियुक्तियां करने का आरोप लगा है. सीबीआई ने इसी साल मई में अमानतुल्लाह खान पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी.

बोर्ड समिति ने योग्यता के आधार पर भर्ती की थी
अमानतुल्लाह ने कहा- मैंने केवल 125 स्थायी कर्मचारियों के लिए प्रस्ताव भेजा था, लेकिन वह मंजूर नहीं हुआ था। इसकी वजह से मुझे संविदा कर्मचारियों को नियुक्त करना पड़ा था। बोर्ड की समिति ने योग्यता के आधार पर भर्ती की थी। यह नहीं कह सकते कि मेरे रिश्तेदारों को वरीयता दी गई।

मुझसे पहले 24 लोगों को भर्ती किया गया। सभी को मेरिट बेस पर ही भर्ती किया गया था। उसी CEO ने इन लोगों की नियुक्ति की थी, जिसने शिकायत की है। ये 2022 के रिकॉर्ड मांग रहे हैं। मैंने सभी मानदंडों का पालन किया है। मेरे खिलाफ 23-24 FIR दर्ज हैं।

खान पर 33 आरोप हैं
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खान​​​ पर वक्फ बोर्ड के बैंक खाते में गड़बड़ी, बोर्ड की संपत्ति में किराए का निर्माण, वाहन खरीदना, भ्रष्टाचार, अपने करीबियों की नियुक्ति करने समेत 33 आरोप हैं। 2020 में ACB ने मामला दर्ज किया था। खान पर 2018 से 2020 के बीच घोटाले के आरोप हैं।

इसी साल अगस्त में ACB ने एलजी को पत्र लिखा था कि अमानतुल्लाह को वक्फ बोर्ड चैयरमेन पद से हटाया जाए क्योंकि उनका स्वभाव बहुत आक्रामक है और वो क्रिमिनल हैं।

7 मई को पंजाब में AAP विधायक के यहां रेड पड़ी थी

1 रुपया वेतन लेने का एफिडेविट दिखाते विधायक गज्जनमाजरा।
1 रुपया वेतन लेने का एफिडेविट दिखाते विधायक गज्जनमाजरा।
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा के यहां 7 मई को CBI की रेड पड़ी थी। यह रेड 40 करोड़ के बैंक फ्रॉड के मामले में की गई थी। गज्जनमाजरा अमरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से आप के विधायक हैं। यह रेड संगरूर के मालेरकोटला में 3 ठिकानों पर की गई थी। यह वही विधायक हैं जिन्होंने चुनाव जीतने के बाद एफिडेविट दिया था कि वह सिर्फ 1 रुपया वेतन लेंगे।