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Chandigarh University Case: MMS कांड में कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 7 दिनोंं की रिमांड में भेजा

पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाए जाने के आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन कर दिया. इस एसआईटी की सभी सदस्य महिलाएं है.
 
पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाए जाने के आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन कर दिया. इस एसआईटी की सभी सदस्य महिलाएं है.
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Mhara Hariyana News
Chandigarh University Video Leak: पंजाब (Punjab) में मोहाली की यूनिवर्सिटी में MMS कांड पर कोहराम मचा हुआ है. सरकार ने जांच के लिए SIT बना दी है. तीन आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. MMS बनाने आरोपी छात्रा के अलावा दो युवकों को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) से गिरफ्तार किया गया है.

आज इन तीनों गिरफ्तार आरोपियों को मोहाली से खरड़ कोर्ट लाया गया जहां कोर्ट ने इन आरोपियों को एक हफ्ते की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. हालांकि छात्र इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है और अभी भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं युनिवर्सिटी ने बिगड़ते हालात को देखते हुए एक दिन की छुट्टी कर दी है.

पुलिस ने गठित की एसआईटी
वहीं पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में शौचालय में कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाए जाने के आरोपों की जांच के लिए सोमवार को तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन कर दिया है. इस एसआईटी के सभी सदस्य महिलाएं है. पुलिस महानिदेशक गौरव यादव का कहना है कि एसआईटी मामले की गहनता से जांच करेगी और इसमें शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

क्या कह रही है पुलिस?
पंजाब पुलिस ने कहा कि ऐसा लगता है कि वीडियो बनाने वाली स्टूंडेंट ने अपने प्रेमी के साथ केवल अपना ही वीडियो शेयर किया है उसके पास किसी और स्टूडेंट का कोई और वीडियो नहीं मिला है. 
लड़की के कथित प्रेमी को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया था. इसके अलावा 31 साल के एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपियों को सोमवार को मोहाली की एक अदालत में पेश किया जाएगा. 


क्या कह रही है युनिवर्सिटी?
चंडीगढ़ युनिवर्सिटी (Chandigarh University) ने अपने एक ट्वीट में कहा कि वह अपने स्टुडेंट्स के साथ खड़े हैं. युनिवर्सिटी ने कहा कि हम हमेशा से अपनी छात्र-छात्राओं के साथ खड़े हैं चाह वह उनकी शैक्षणिक जरूरत हो या सुरक्षा कल्याण हम अपने छात्रों की सुरक्षा के लिए कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे.