दोस्त की सलाह मानते तो बच जाते पंत, नहीं होता इतना भयंकर एक्सीडेंट
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शुक्रवार को भयंकर एक्सीडेंट के बाद बाल-बाल बच गए. पंत अपनी मर्सिडीज गाड़ी से दिल्ली से अपने परिवार के पास रुड़की जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उनकी गाड़ी हाइवे के डिवाइडर से टकरा गई. वहां मौजूद कुछ लोगों ने पंत की मदद की और अस्पताल पहुंचाया. पंत हादसे के समय गाड़ी में अकेले थे. अगर वहां मदद के लिए कोई नहीं होता तो और ज्यादा मुश्किल खड़ी हो सकती थी. पंत के दोस्त ने उन्हें अकेले न जाने से मना किया था.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंत अकेले गाड़ी चलाकर अपने परिवार के साथ नए साल का जश्न मनाने रुड़की जा रहे थे. गाड़ी चलाते हुए उनकी झपकी लगी और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई. पंत के बाहर आने के बाद गाड़ी में जबरदस्त आग लग गई और पूरी तरह तबाह हो गई.
पंत ने नहीं मानी दोस्त की सलाह
क्रिकबज की रिपोर्ट्स की मानें तो पंत जब दिल्ली से निकल रहे थे तभी उनके दोस्त ने उन्हें ऐसा न करने की सलाह दी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोस्त ने पंत से कहा कि रात के समय वो अकेले गाड़ी लेकर न जाएं. हालांकि पंत नहीं माने. उन्होंने कहा कि वो खुद मैनेज कर लेंगे , उन्हें कोई परेशानी नहीं है. पंत को ये सलाह न मनना ही भारी पड़ गया. अगर उनके साथ कोई होता तो शायद ऐसा न होता.