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बाइडेन से मजाक, मैक्रों को इशारे से बुलाना, जी20 में कुछ ऐसी रही PM मोदी की धमक

Joke with Biden, calling Macro by gesture, PM Modi's threat in G20 was something like this

 
Joke with Biden, calling Macro by gesture, PM Modi's threat in G20 was something like this
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Mhara Hariyana News:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी 20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. मंगलवार को इस बैठक के दौरान जब सभी वैश्विक नेता एक ही मंच पर एकत्र हो रहे थे, उस समय पीएम मोदी की धमक देखने को मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक के लिए पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से हाथ मिलाया. उनके साथ दोस्ताना अंदाज में हंसी मजाक किया. यह देखकर अन्य राष्ट्राध्यक्षों को थोड़ी हैरानी हुई होगी, लेकिन यह पीएम मोदी का व्यक्तित्व है कि कोई भी बड़ा नेता उनसे मिले बिना नहीं रह सकता.


जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने करीब 10 सेकंड तक बाइडेन से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेता काफी खुश दिखे. पीएम मोदी ने इस दौरान बाइडेन से कुछ बात की. उसके बाद दोनों ठहाके मारकर हंसे. उस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी पीछे से निकल रहे थे. उन्होंने जैसे ही पीएम मोदी को देखा तो रुक गए और पीएम मोदी ने उन्हें बुलाया और उनसे हाथ मिलाकर हालचाल जाना.


बाइडेन-पीएम मोदी बैठक अगल-बगल
इन सबसे अलग अहम बात यह भी है कि जी20 में पीएम मोदी की कुर्सी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के ठीक बगल में थी. दोनों अगल बगल बैठे थे. पीएम मोदी इस दौरान ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मिले. पीएम मोदी ने जी20 बैठक में रूस और यूक्रेन युद्ध को रोकने का प्रयास करने की बात कहकर भारत के नजरिये को दुनिया के सामने पेश किया. पीएम मोदी के साथ इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी थे. वह बाइडेन और पीएम मोदी की बातचीत सुन रहे थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऊर्जा आपूर्ति पर किसी तरह के प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देने की जरूरत को मंगलवार को रेखांकित किया और स्थिरता सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए एक बार फिर कूटनीति के जरिए यूक्रेन विवाद को सुलझाने पर जोर दिया. पीएम मोदी ने वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 वैश्विक महामारी और यूक्रेन संकट के कारण उत्पन्न वैश्विक चुनौतियों ने दुनिया में तबाही मचा दी है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला चरमरा गई है.