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सर्दियों में कम पानी पीने से हो सकती है Kidney की ये बीमारी, एक्सपर्ट से जानें बचाव के तरीके

Kidney disease can be caused by drinking less water in winter, know the methods of prevention from experts
 
सर्दियों में कम पानी पीने से हो सकती है Kidney की ये बीमारी, एक्सपर्ट से जानें बचाव के तरीके
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Kidney Diseases in winters: सर्दियों के इस मौसम में किडनी की बीमारियों के बढ़ने का खतरा रहता है. कम पानी पीने की वजह से यूरिन भी कम आता है. कुछ लोगों में यूरिन फ्लों में भी कमी देखी जाती है, जिससे कई बार मूत्राशय में पेशाब रुक जाता है. रात में पेशाब रुक जाने से यूटीआई इंफेक्शन का खतरा बना रहता है. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही किडनी से संबंधित कोई बीमारी है तो उसे विशेष ध्यान रखना चाहिए.


मैक्स अस्पताल, पटपड़गंज में नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ वरुण वर्मा बताते हैं कि इस मौसम में लोग पानी कम पीते हैं, जिससे किडनी के फंक्शन पर असर पड़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि हर व्यक्ति दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पीए. इससे यूरिन फ्लों अच्छा रहता है और बॉडी से टॉक्सिन निकलते रहते हैं.

जिन लोगों को कभी किडनी में पथरी की समस्या रही है उन्हें भी इस मौसम में अपना ध्यान रखना चाहिए.ऐसा इसलिए है क्योंकि कम मात्रा में तरल परार्थ के सेवन से फिर से पथरी का निर्माण हो सकता है. इसलिए यह सलाह दी जाती है कि प्रतिदिन कम से कम 3 लीटर पानी पीकर अच्छे यूरिन फ्लो को सुनिश्चित करें. रात को सोने से पहले भी थोड़ा मात्रा में पानी जरूर पीएं.

डॉ वरुण के मुताबिक, जिन मरीजों को urinary outflow obstruction और इंट्रा रीनल स्टोन की समस्या होती है उन्हें इस समय पायलोनेफ्राइटिस होने का खतरा रहता है. ये एक गंभीर बीमारी है जिसमें कभी कभी सर्जरी करते तक की जरूरत पड़ जाती है.

किडनी भी हो सकती है फेल
डॉ वर्मा के मुताबिक, कई लोग यूटीआई इंफेक्शन पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन अगर इसका इलाज न किया जाए तो कई बार यूटीआई इंफेक्शन किडनी को भी खराब करने लगता है. अगर ये बीमारी लंबे समय तक चलती रहती है तो किडनी फेल होने की नौबत भी आ सकती है. इसलिए अगर यूरिन पास करने में परेशानी हो रही है. यूरिन का रंद बदल रहा है तो ऐसे में डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए.

बीपी का भी रखें ध्यान
डॉक्टर के मुताबिक, ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर से संबंधित परेशानियां भी हो सकती है. इसलिए यह सुझाव दिया जाता है कि हाई बीपी से ग्रस्त व्यक्तियों को अपने बीपी की बारीकी से जांच करनी चाहिए. जिन लोगों को किडनी की बीमारी है उन्हें इस बात का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.

अनियंत्रित ब्लड प्रेशर की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को सुझाव देते हैं कि वे सुबह बिस्तर से उठने के बाद और हर रात बिस्तर पर जाने से पहले अपने रक्तचाप की जाँच करें. यह भी सुझाव है कि ब्लड प्रेशर चेक करने से पहले उन्हें कमरे में अकेले रहना चाहिए, चाय या कॉफी नहीं पीनी चाहिए और ब्लड प्रेशर चेक करने से ठीक पहले पेशाब कर लेना चाहिए. अगर बीपी ज्यादा या कम आ रहा है तो इस मामले में तुरंत डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए.