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भारत दौरे पर आएंगे UAE के विदेश मंत्री, द्विपक्षीय मुद्दों पर करेंगे चर्चा

UAE Foreign Minister will visit India, will discuss bilateral issues

 
UAE Foreign Minister will visit India, will discuss bilateral issues
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Mhara Hariyana News:

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग मामलों के मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नाह्यान 21 नवंबर (सोमवार) को दो दिवसीय यात्रा पर भारत आ रहे हैं. इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंध सहित साझा हितों से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी. विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी. मंत्रालय के बयान के मुताबिक, शेख अब्दुल्ला के साथ एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल भी भारत आ रहा है. इस यात्रा के दौरान वे भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ वार्ता करेंगे.


बयान के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री की यह यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित विचार विमर्श का हिस्सा है जिसमें द्विपक्षीय एवं साझा हितों से जुड़े वैश्विक विषयों पर चर्चा होगी. इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 जून 2022 को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की थी जिस दौरान उन्होंने शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान से भेंट की थी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 31 अक्टूबर से 2 सितंबर 2022 तक संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की थी और इस दौरान वहां के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद के साथ 14वें संयुक्त आयोग की बैठक तथा तीसरी सामरिक वार्ता की सह अध्यक्षता की थी.

भारत-GCC के बीच 24 नवंबर से शुरू होगी वार्ता
वहीं, भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) दोनों, क्षेत्रों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने की खातिर मुक्त व्यापार समझौते पर 24 नवंबर को वार्ता की शुरुआत कर सकते हैं. जीसीसी खाड़ी क्षेत्र के छह देशों सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, कुवैत, ओमान और बहरीन का संघ है. एक अधिकारी ने बताया कि जीसीसी के अधिकारी बातचीत शुरू करने के लिए यहां आएंगे. इसकी शुरुआत 24 नवंबर से होगी. भारत संयुक्त अरब अमीरात के साथ इस साल मई में मुक्त व्यापार समझौता कर चुका है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 16 नवंबर को कहा था कि भारत अब नया मुक्त व्यापार समझौता शुरू करेगा.

यह एफटीए वार्ता की एक प्रकार से बहाली होगी, क्योंकि भारत और जीसीसी के बीच दो दौर की वार्ता 2006 और 2008 में हो चुकी है. भारत सऊदी अरब और कतर जैसे खाड़ी देशों से मुख्य रूप से कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस का आयात करता है. वहीं मोती, बहुमूल्य रत्न, धातु, लोहा और इस्पात, रसायन आदि का भारत इन देशों को निर्यात करता है. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जीसीसी को भारत से किया जाने वाला निर्यात 2021-22 में 58.26 फीसदी बढ़कर करीब 44 अरब डॉलर हो गया. 2020-21 में यह 27.8 अरब डॉलर ही था. भारत के कुल निर्यात में इन 6 देशों की हिस्सेदारी 2021-22 में बढ़कर 10.4 फीसदी हो गई जो 2020-21 में 9.51 फीसदी थी. इसी प्रकार आयात भी 85.8 फीसदी बढ़कर 110.73 अरब डॉलर हो गया जो 2020-21 में 59.6 अरब डॉलर था.

‘टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में होगी भारत की छाप’
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के मंत्री उमर बिन सुल्तान अल ओलमा ने कुछ दिनों पहले अपने बयान में कहा था कि भविष्य में हर जगह किसी भारतीय की छाप होगी. अल ओलमा ने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना भी की थी. उन्होंने कहा था कि हमारा मानना ​​है कि भारत न केवल अतीत और वर्तमान है, बल्कि भविष्य भी है. भविष्य में हर किसी के लिए और हर जगह किसी भारतीय की छाप होगी.