logo

गैंस्टर लारेंस को केंद्रीय जेल ने नहीं लिया तो पूरी रात सीआइए स्टाफ में रखा, कड़े रहे सुरक्षा प्रबंध

 
गैंस्टर लारेंस को केंद्रीय जेल ने नहीं लिया तो पूरी रात सीआइए स्टाफ में रखा, कड़े रहे सुरक्षा प्रबंध
WhatsApp Group Join Now

Mhara Hariyana News, Bhatinda
लॉरेंस बिश्नोई को जयपुर से बठिंडा लाया गया। मंगलवार देर रात जब लॉरेंस को बठिंडा और राजस्थान पुलिस केंद्रीय जेल में छोड़ने गई तो जेल प्रशासन ने लॉरेंस को जेल में नहीं लिया। जिसके बाद मंगलवार पूरी रात को लॉरेंस बिश्नोई शहर में स्थित सीआईए स्टाफ में रहा। जहां पर पुलिस सख्त सुरक्षा प्रबंध कर रखे थे। बुधवार सुबह लॉरेंस को केंद्रीय जेल में ले जाया गया। 

बठिंडा जेल प्रशासन हाई अलर्ट पर
जग्गू और लॉरेंस के एक ही जेल में रहने से जेल प्रशासन हाई अलर्ट पर है। बताते चलें कि इसी जेल से जग्गू और लॉरेंस बिश्नोई की दुश्मनी शुरू हुई है। सूत्र बताते है कि लॉरेंस को जेल के हाई सुरक्षा जोन की एक अलग बैरक में रखा गया है जबकि सुरक्षा जोन के दूसरी तरफ जग्गू को रखा गया है। 

जेल अधीक्षक को गैंगस्टर ने दी धमकी 
सूत्रों ने बताया कि बठिंडा केंद्रीय जेल में बंद एक गैंगस्टर ने जेल के अधीक्षक को धमकी दी है। उसका मुख्य कारण जेल अधीक्षक द्वारा जेल में बंद गैंगस्टर पर शिकंजा कसना बताया जा रहा है। जिसके चलते गैंगस्टर उक्त जेल प्रशासन से खफा चल रहे है।

गैंगस्टर हैं लॉरेंस बिश्नोई

लॉरेंस बिश्नोई कोई सेलिब्रिटी नहीं बल्की पंजाब का एक खतरनाक गैंगस्टर है। लारेंस बिश्नोई का जन्म 22 फरवरी 1992 में पंजाब के फजिल्का में हुआ। लॉरेंस के पिता एक पुलिस कांस्टेबल थे और इनकी माता गृहिणी थी। आपको बता दें की लॉरेंस एक अच्छे-खासे परिवार से ताल्लुक रखते हैं.

चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से लड़ा था चुनाव
लॉरेंस बिश्नोई अपने भाई-बहनों के साथ सरकारी स्कूल में पढ़ता था। इसके बाद लॉरेंस ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में दाखिला लिया। लॉरेंस दिखने-पढ़ने और खेलने में भी अच्छा था।

 दोस्तों ने लॉरेंस को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया इसके बाद लॉरेंस ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज के चुनाव में भी हिस्सा लिया, जिसमें उसे कड़ी हार का सामना करना पडा था। 

उसे अपनी ये हार बर्दाशत नहीं हुई, लॉरेंस ने  बदला लेने के लिए इसके चलते विपक्षी पार्टी से लड़ाई लड़ी और उन पर फयरिंग शुरू कर दी। इस वारदात ने लॉरेंस की जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया। इसी कारण उस दिन लॉरेंस के खिलाफ पहली बार पुलिस ने मामला दर्ज किया गया था।