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हार्ट अटैक से चीता उदय की मौत का अनुमान, लड़खड़ाकर चलने और गिरने का Video आया सामने

 
हार्ट अटैक से चीता उदय की मौत का अनुमान, लड़खड़ाकर चलने और गिरने का Video आया सामने

Mhara Hariyana News, Bhopal
कूनो नेशनल पार्क में रविवार को नर चीता (Leopard) उदय की मौत कार्डियक आर्टरी फेल होने से हुई। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। जबलपुर वेटरनरी यूनिवर्सिटी की 5 सदस्यीय टीम ने सोमवार को चीता (Leopard) के शव का पोस्टमॉर्टम किया। 
पीसीसीएफ जेएस चौहान ने बताया कि हृदय धमनी में रक्त संचार रुकने के कारण चीता (Leopard) की मौत हुई है। यह भी एक प्रकार का हार्ट अटैक है। हालांकि इसकी विस्तृत रिपोर्ट में कारणों का पता चल सकेगा।

वन विभाग ने मृत चीता (Leopard) के ब्लड सैंपल भी लिए हैं। जिसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। चीता (Leopard) की मौत को लेकर दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के विशेषज्ञों से भी चर्चा की गई है।

चीता (Leopard) के जमीन पर गिरने का Video आया सामने
चीता (Leopard) का एक Video सामने आया है। जिसमें वह लड़खड़ाते हुए चल रहा है। कुछ कदम चलने के बाद वह गिर जाता है। संभावना जताई जा रही है कि ये नर चीता (Leopard) उदय का ही Video है। वन विभाग के सूत्र भी ये बता रहे है। हालांकि कि किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

तीव्र बोटुलिज्म हो सकता है मौत का कारण
साउथ अफ्रीका के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट एड्रियन टॉर्डिफ (इनकी निगरानी में चीतों को नामीबिया से कूनो में शिफ्ट किया गया था) ने बताया कि मुझे पता चला था कि चीता (Leopard) कल बीमार था और मैंने उन पशु चिकित्सकों से बात की जो कूनो में उसका इलाज कर रहे थे।

सबसे संभावित कारण तीव्र बोटुलिज्म है
उसकी मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन मेरा अनुमान है कि सबसे संभावित कारण तीव्र बोटुलिज्म है। यह टोक्सीन उसके बाड़े में खाने या पीने वाली किसी चीज में मौजूद हो सकता है। यह बैक्टीरिया क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम से बनता है। 
यह मांसपेशियों की कमजोरी और उन अन्य लक्षणों को देखकर कहा जा सकता है, जिससे वह पीड़ित था। हमें पोस्टमॉर्टम के नतीजों और अन्य जांचों का इंतजार करना होगा। मैं वर्तमान में किसी भी अन्य चीता (Leopard) के लिए समान जोखिम के बारे में चिंतित नहीं हूं।

कूनो से शिफ्ट किए जा सकते हैं कुछ चीता (Leopard)

कूनो नेशनल पार्क में दो चीतों की मौत के बाद अब कुछ चीतों को दूसरे अभयारण्य में शिफ्ट किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि पीसीसीएफ जेएस चौहान ने केंद्रीय वन मंत्रालय और टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी को पत्र लिखा है। 
इसमें बताया गया है कि चीतों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लिहाजा, चीता (Leopard) एक्शन प्लान के मुताबिक प्लान पर अमल करने की जरूरत है। पत्र में चीतों की मौत संबंधित कोई बात नहीं लिखी गई है।

दरअसल, चीतों के पुनर्वास के लिए चीता (Leopard) एक्शन प्लान बनाया गया था। जिसमें चीतों की संख्या में इजाफा होने या प्रभावित होने की स्थिति में उनके विस्थापन की बात भी है। हालांकि विभागीय सूत्रों का कहना है कि रविवार को वयस्क चीता (Leopard) उदय की मौत के बाद बैठक की गई थी। 
इसमें चीतों की मौत और संरक्षण को लेकर विचार मंथन हुआ। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि संरक्षण के मद्देनजर पूर्व चिन्हित स्थानों पर भी कुछ चीतों को शिफ्ट किया जाना चाहिए।