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सिरसा के बाजारों में भीख मांग रहे 4 बच्चों को बाल संरक्षण समिति की टीम ने किया रेस्क्यू

बच्चों के पुनर्वास हेतु इन्हें बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनीता वर्मा समक्ष पेश किया गया
 
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Mhara Hariyana News, Sirsa, सिरसा। जिला बाल संरक्षण समिति की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बाजार और चौक चौराहों पर छापेमारी की। इस दौरान संरक्षण अधिकारी डॉ अंजना डूडी व यातायात थाना प्रभारी धर्मवीर ने बाजारों में भीख मांग रहे 4 बच्चों रेस्क्यू किया। इसके बाद बच्चों के पुनर्वास हेतु इन्हें बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनीता वर्मा समक्ष पेश किया गया। डॉ अंजना डूडी ने बताया कि इस प्रकार की छापेमारी समय-समय पर की जाती है ताकि बाल भिक्षावृत्ति को रोका जा सके। निकट भविष्य में भी इस प्रकार की रेड बाजारों में की जाएगी। इन बच्चों के पुनर्वास हेतु इनका स्कूल में दाखिला व सरकारी योजनाओं का लाभ देने संबंधित प्रयास किए जाएंगे। इससे संबंधित जानकारी बाल स्वराज पोर्टल पर भी डाली जाएगी।

संरक्षण अधिकारी डॉ अंजना व एसआई धर्मवीर ने की रेड, सीडब्ल्यूसी समक्ष किया पेश

जिला बाल संरक्षण समिति की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बाजार और चौक चौराहों पर छापेमारी की। इस दौरान संरक्षण अधिकारी डॉ अंजना डूडी व यातायात थाना प्रभारी धर्मवीर ने बाजारों में भीख मांग रहे 4 बच्चों रेस्क्यू किया। इसके बाद बच्चों के पुनर्वास हेतु इन्हें बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनीता वर्मा समक्ष पेश किया गया। डॉ अंजना डूडी ने बताया कि इस प्रकार की छापेमारी समय-समय पर की जाती है ताकि बाल भिक्षावृत्ति को रोका जा सके। निकट भविष्य में भी इस प्रकार की रेड बाजारों में की जाएगी। इन बच्चों के पुनर्वास हेतु इनका स्कूल में दाखिला व सरकारी योजनाओं का लाभ देने संबंधित प्रयास किए जाएंगे। इससे संबंधित जानकारी बाल स्वराज पोर्टल पर भी डाली जाएगी। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनीता वर्मा ने बताया कि इन बच्चों की काउंसिलिंग कविता शर्मा द्वारा की गई है ताकि बच्चे भविष्य में भीख ना मांगे व शिक्षा से जुड़ें। बच्चों के माता-पिता की पहचान होने के पश्चात ही इन्हें परिवार वालों को सौंपा जाएगा। यदि बच्चे भविष्य में फिर से भीख मांगते मिलते हैं तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनीता वर्मा ने बताया कि इन बच्चों की काउंसिलिंग कविता शर्मा द्वारा की गई है ताकि बच्चे भविष्य में भीख ना मांगे व शिक्षा से जुड़ें। बच्चों के माता-पिता की पहचान होने के पश्चात ही इन्हें परिवार वालों को सौंपा जाएगा। यदि बच्चे भविष्य में फिर से भीख मांगते मिलते हैं तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

बच्चे भीख मांगते मिले तो दें सूचना

जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ अंजना डूडी का कहना है कि शहर में यदि कहीं भी बच्चा भीख मांगते हुए मिले तो तुरंत इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098 व जिला बाल संरक्षण इकाई को दें। उन्होंने बताया कि बाल श्रम व बाल भिक्षावृत्ति के खिलाफ उनकी इकाई द्वारा अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें श्रम एवं भिक्षावृत्ति कर रहे बच्चों को रेस्क्यू किया जा रहा है।