निजि चिकित्सालयों के संवेदनहीन रवैये पर चिंतित हुए इनेलो नेता जस्सा कहा, गंभीर मामलों को उठाएंगे आईएमए व सामाजिक संगठनों के समक्ष
सिरसा। इंडियन नेशनल लोकदल की प्रदेश कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य जसवीर सिंह जस्सा साहुवाला ने शहर में कुछ निजी अस्पतालों के संचालकों पर गंभीर मरीजों के प्रति संवदेनहीन होने का आरोप लगाते हुए इस मामले को आईएमए के
समक्ष उठाने की बात कही है।
मंगलवार को जारी बयान में इनेलो नेता जसवीर सिंह जस्सा ने कहा कि भाजपा नेता पदम जैन के सिलसिले में ही ऐसी ही घटना
सामने आई है जब उन्हें गंभीरावस्था में उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के नाम पर उन्हें कोई भी दर्द निवारक गोली भी नहीं दी गई बल्कि परिजनों को उन्हें किसी अन्य अस्पताल में ले जाने के लिए कह दिया गया, जबकि उस समय मरीज की स्थिति इतनी नाजुक थी कि अन्य अस्पताल ले जाने का पूरा वक्त भी नहीं था।
इसी प्रकार इनेलो के जिला प्रेस प्रवक्ता महावीर शर्मा के बड़े भाई के साथ भी एक अन्य निजी अस्पताल में ठीक इसी प्रकार का व्यवहार हुआ। मौके पर किसी भी प्रकार की प्राथमिक चिकित्सा न दिए जाने पर उनका भी वहीं निधन हो गया। इनेलो नेता जसवीर सिंह जस्सा ने कहा कि यूं तो भारतीय समाज में चिकित्सक समाज को ईश्वर का दूसरा स्वरूप माना जाता है मगर सिरसा में कुछ अस्पताल संचालकों का गंभीर मरीजों के प्रति ऐसा संवेदनहीन रवैया सही मायने में चिकित्सकों के प्रति मानवीय नजरिया बदलने वाला प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि वे ऐसे गंभीर मामलों
को आईएमए प्रबंधन के समक्ष उठाएंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वे अपने संगठन से जुड़े तमाम चिकित्सकों को उनके अस्पतालों में गंभीरावस्था में
आने वाले तमाम मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण संवेदनशीलता के साथ अटेंड करें ताकि मरीजों की प्राण रक्षा हो सके। साथ ही वे शहर की तमाम सामाजिक संस्थाओं को भी ऐसे चिकित्सकों के प्रति जागरूक करेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में आमजन अपने मरीज को ऐसे चिकित्सकों की बजाए किसी अन्य अच्छे अस्पतालों में उपचाराधीन करवाकर उनका जीवन बचा सकें।