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Cricket Big Update in 2024: एक क्रिकेट फैन की दास्तां… 2023 ने दिल तोड़ा, 2024 अभी से डरा रहा!

Cricket Big Update in 2024: फैन्स के क्रिकेट धर्म है, जीने का एक जरिया है. 2023 का साल इसलिए भी भुलाया नहीं जा सकेगा, क्यूंकि यहां सबका दिल टूटा था. 19 नवंबर की हार के बाद एक अजीब सा सन्नाटा था, हर ओर शांति थी. ना जाने कितने लोग अपनी उम्मीदें लेकर बैठे थे, लगता था सबकुछ उनका पर्सनल है. लेकिन सब खत्म हो गया, 19 के बाद हिम्मत ने जवाब दे दी. अब 2024 फिर कुछ उम्मीदें दे रहा है, लेकिन आखिर कितना ये उम्मीदें सच साबित होंगी.
 
Cricket Big Update in 2024: एक क्रिकेट फैन की दास्तां… 2023 ने दिल तोड़ा, 2024 अभी से डरा रहा!

शायर निदा फ़ाज़ली की ये पंक्तियां 31 दिसंबर की रोज़ ही सामने आई. हाथ में फोन था, जिसमें एक रील चल रही थी. उसमें वही 19 दिसंबर का दुख था, बैकग्राउंड में दुखभरा म्यूज़िक ही चल रहा था और एक बार फिर जाते-जाते साल ने क्रिकेट वर्ल्ड कप की हार को याद दिला दिया. इस शेर की तरह हर क्रिकेट फैन 19 नवंबर के बाद क्रिकेट देखने की कोशिश कर रहा है, कुछ उम्मीदें भी रख रहा है लेकिन बस उससे आगे नहीं बढ़ पा रहा है क्योंकि जिस मुक़द्दर की तलाश है, वो पीछे छूट गया है.

90’s किड्स को जब 2003 के फाइनल का झटका लगा था, तब उससे उबरने में चार साल लगे थे. क्यूंकि 2003 से 2007 के बीच में भारतीय क्रिकेट में बहुत बवाल हुआ था. यानी झटके पर झटके लग ही रहे थे, क्यूंकि ये वही दौर था जब ग्रेग चैपल टीम में आए थे और सौरव गांगुली समेत बाकी खिलाड़ियों की इज्जत की धज्जियां उतार रहे थे. फिर 2007 का वनडे वर्ल्ड कप आया, लगा भाई अब तो 2003 की पुरानी यादें भूल जाएंगे लेकिन मुक़द्दर फिर कहीं और चला गया, 2007 का वो वर्ल्ड कप 2003 से भी बुरा था.

2007 में अच्छी यादें टी-20 वर्ल्ड कप ने दीं. महेंद्र सिंह धोनी के लड़ाकों ने देश को खुशी का मौका दिया. जिसने एक साथ ना जाने कितने वर्ल्ड कप के ग़म को भुला दिया, खासकर 2003 और 2007 का. कमाल ये है कि 2023 का ग़म भुलाने के लिए आपको चार साल इंतज़ार नहीं करना है, क्यूंकि 6 महीने में ही टी-20 वर्ल्ड कप आ रहा है, सवाल ये है कि क्या फिर 2007 की तरह टी-20 वर्ल्ड कप ही सारे ग़म भुलाएगा.

लेकिन इस बार माहौल थोड़ा अलग है, क्यूंकि 2023 वनडे वर्ल्ड कप की चोट बहुत ताज़ा है. बड़ी हिम्मत करके फैन्स ने 19 नवंबर के फाइनल के बाद फिर से क्रिकेट की ओर रुख किया, फिर से उम्मीद जगाकर साउथ अफ्रीका में हुए टेस्ट सीरीज़ को देखा. लेकिन वहां ज़ख्मों पर नमक छिड़का गया, जितना बुरा टीम इंडिया का हाल हुआ, जिस तरह कप्तान रोहित शर्मा ने सरेंडर किया उसने साफ किया कि अभी फैन्स में इतनी हिम्मत नहीं है कि इस टीम को इस तरह और भी गिरते हुए देख लें.

World Cup

लेकिन सवाल है कि 2023 ने तो इतने दिल तोड़े हैं, ऐसे में अब 2024 क्या देगा. क्या 24 में उतना दम है कि टीम इंडिया के क्रिकेट फैन्स कै ग़म को मिटा पाए. क्या ये मुमक़िन नज़र आता है, अभी तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं लग रहा है. एक-एक करके बात ही कर लेते हैं, टी-20 वर्ल्ड कप आने में सिर्फ 5-6 महीने ही बाकी हैं और भारतीय टीम ऐसा लगता है कि दूर-दूर तक इसके लिए तैयार नहीं है और डर तो यही है कि अंत में सब आनन-फानन में किया जाएगा और सपना फिर से सपना ही रह जाएगा.

अभी बीसीसीआई को ये भी पता नहीं है कि टी-20 वर्ल्ड कप में कप्तानी कौन करेगा, कभी हार्दिक पंड्या को लेकर चर्चाएं होती हैं तो कभी ये मान लिया जाता है कि रोहित शर्मा ही अभी कप्तान रहेंगे. हालात तो ये हैं कि चर्चाएं ऐसी हो रही हैं कि विराट कोहली भी टी-20 वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं रहेंगे. जो युवा खिलाड़ी लगातार खेलते हैं, उनको टीम में जगह मिलेगी या नहीं. क्या हम टी-20 क्रिकेट इसी तरह खेलेंगे, या हमारा खेलने का तरीका कुछ बदलेगा. अभी कुछ साफ नहीं हैं, अभी बस हैं तो सिर्फ सवाल. जो फैन्स से लेकर खिलाड़ियों तक के मन में हैं.

यही वजह है कि नया साल अभी से क्रिकेट फैन को डराता नज़र ही आ रहा है. सिर्फ इतना ही नहीं बात इससे आगे तक जाएगी, क्यूंकि ये वो साल होगा जब कई स्टार क्रिकेटर्स शायद खेल से अलविदा ले रहे होंगे. महेंद्र सिंह धोनी आखिरी बार आईपीएल खेल रहे होंगे, शायद विराट कोहली और रोहित शर्मा भी आखिरी बार टीम इंडिया के लिए मैदान पर उतर रहे होंगे, रविचंद्रन अश्विन शायद इस साल के बाद फिरकी घुमाते ना दिखें.

ना जाने ऐसे कितने शायद हैं, जो क्रिकेट फैन्स के मन में ही हैं और इन शायद के बीच 19 नवंबर की वो रात सामने आती है कि शायद तब हम जीत जाते. साल भले ही पलट रहा है, लेकिन क्रिकेट फैन्स का दुख और शायद, खत्म नहीं हुआ है. मगर उम्मीदें तो ज़िंदा हैं…