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साइबर ठगों का मायाजाल: कहीं दोस्त का बहाना बनाकर तो कहीं जीवनसाथी बनने का झांसा देकर लगाई चपत

 
साइबर ठगों का मायाजाल: कहीं दोस्त का बहाना बनाकर तो कहीं जीवनसाथी बनने का झांसा देकर लगाई चपत

सिरसा: जिले में आनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बेशक प्रशासन ठगी से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाता है इसके बावजूद शातिर ठग तरह तरह के बहाने बना कर लोगों को झांसे में ले लेते हैं और उन्हें ठगी का शिकार बना लेते हैं।

साइबर थाना पुलिस ने ठगी के तीन मामले दर्ज किए हैं, जिनमें ठगों ने लाखों रुपयों की चपत लगाई है।
गांव थेहड़ी सावन सिंह निवासी राजन कंबोज ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पास फोन आया। कॉलर ने बताया कि उसका दोस्त भूपेंद्र कनाडा से बोल रहा हूं। मुसीबत में हूं और मुझे 8 लाख रुपये की जरूरत है।

दोस्त की मदद करने के लिए उसने अलग-अलग माध्यम से 8 लाख रुपये उसके बताए अकाऊंट में 14 अक्टूबर से 16 अक्टूबर की अवधि में भेज दिए। बाद में उसकी भूपेंद्र से बातचीत हुई और उसे रुपये पहुंचने की तस्दीक की तो उसने रुपये मांगने से इंकार किया। तब उसे अपने साथ साइबर ठगी का पता चला।

धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में साइबर थाना पुलिस ने एक युवती की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। युवती ने बताया कि उसने कुछ समय पूर्व शादी डॉट काम पर अपनी प्रोफाइल बनाई थी।

एक दिन एक युवक का फोन आया। उसने बताया कि उसने प्रोफाइल देखी थी और वह रिश्ते का इच्छुक है। इस रिश्ते को लेकर वह और उसके परिवारजन राजी थे। युवक ने बताया कि वह विदेश में रहता है और कुछ दिन बाद इंडिया आएगा।

उसने कहा कि वह विदेश से गिफ्ट भेजना चाहता है लेकिन इसके लिए उसे कुछ रुपये की जरूरत है। जिस पर उसने युवक के बताए गए अलग-अलग अकाऊंट पर 3 लाख 77 हजार 306 रुपये जमा करवा दिए। बाद में उसे शक हुआ तो उसने छानबीन की।

पता चला कि उसके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई है। धोखाधड़ी के तीसरे मामले में साइबर थाना पुलिस ने कोर्ट कालोनी निवासी एक महिला दंत चिकित्सक की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी व गबन का मामला दर्ज किया है। अपनी शिकायत में उसने बताया कि वह प्राइवेट क्लिनिक संचालित करती है।

 उसने अगस्त-23 में रिमार्ट जॉब के लिए ऑनलाइन सर्च किया। यहां उसे एक विज्ञापन मिला। जिसने उसे एक व्हाट्सअप लिंक पर रिडायरेक्ट कर दिया। यहां पर उसकी एक व्यक्ति से बातचीत हुई, उसने एक टेलीग्राम का लिंक भेज दिया।

जिसे क्लिक करने पर आईडी खुल गई। महिला दंत चिकित्सक ने बताया कि यहां पर उसे कार्य के बारे में बताया गया। उसने प्रारंभिक कार्य सफलता पूर्वक किया। जिस पर उसे बताया गया कि उसने कार्य सम्पन्न करने में अधिक समय लिया है, इसलिए उसे अतिरिक्त राशि जमा करवानी होगी।

उसने विश्वास करके 50,644 रुपये बताए गए अकाऊंट में जमा करवा दिए।   इसके बाद उसे बताया गया कि उसकी राशि बैंक में जमा करवा दी गई है, जिसे रिलीज करवाने के लिए 23,296 रुपये जमा करवाने होंगे। इस प्रकार उन्होंने किसी न किसी बहाने से पैसे की मांग की। इस प्रकार उसने 3 लाख 14 हजार 389 रुपये जमा करवा दिए। उसके पैसे रिलीज न होने पर उसे धोखाधड़ी का भान हुआ और उसने साइबर सेल को शिकायत की।