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भारतीय किसान एकता (बीकेई) के बैनर तले किसानों ने भारतीय कपास निगम के कार्यालय का किया घेराव

 
भारतीय किसान एकता (बीकेई) के बैनर तले किसानों ने भारतीय कपास निगम के कार्यालय का किया घेराव

सिरसा। भारतीय किसान एकता बीकेई के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख कहा कि भारतीय कपास निगम एकमात्र सरकारी खरीद एजेंसी है, जो नरमे की एमएसपी पर खरीद करती है, लेकिन इस बार खराब क्वालिटी का बहाना बनाकर नरमे की खरीदी नहीं की जा रही है, जिससे किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है नरमा उत्पादक किसान पिछले तीन सीजनों से आर्थिक मंदी से जूझ रहा है इस बार भी गुलाबी सुंडी के प्रकोप से नरमें की उपज बहुत कम हुई है अब एमएसपी पर नरमा न खरीदने की वजह से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। इसी समस्या को लेकर बुधवार को किसानों ने बीकेई बैनर तले सिरसा स्थित भारतीय कपास निगम के राज्य स्तरीय कार्यालय का घेराव किया व अधिकारियों को अपना मांग पत्र सौंपा।

औलख ने कहा कि भारतीय कपास निगम बिना किसी शर्त के एमएसपी पर नरमे की खरीद शुरू करें नहीं तो किसान प्रदेश भर में भारतीय कपास निगम के खिलाफ  प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।

आज किसान अपने नरमे की ट्रैक्टर-ट्रालियां भी साथ लेकर आए मौके पर सीसीआई के अधिकारियों को बुलाकर नरमे की खरीद करवाई गई। औलख ने कहा कि हमने एक मांग पत्र मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार के नाम उपयुक्त को भी दिया है, जिसमें मुख्यमंत्री से अपील की है कि राज्य के मुखिया होने के नाते किसानों की हालत को देखते हुए आप तुरंत प्रभाव से भारतीय कपास निगम को बिना किसी शर्त के एमएसपी पर हरियाणा में नरमे की खरीद शुरू करवाने के आदेश जारी करवाएं, जिससे कि किसान आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।

औलख ने कहा हरियाणा में अब तक सीसीआई ने मात्र 50 हजार क्विंटल के करीब ही नरमे की खरीद की है, जबकि केवल सिरसा जिले में ही 7 लाख 25 हजार क्विंटल नरमे की आवक हो चुकी है किसान ने नरमें का बीटी बीज भी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कंपनियों से लिया, उसमें पेस्टिसाइड व फर्टिलाइजर भी सरकारी या सरकार से मान्यता प्राप्त कंपनियों से लेकर ही प्रयोग किया। किसानों ने शुरू से लेकर आखिर तक नरमें के खेत में मेहनत की, लेकिन गुलाबी सुंडी के प्रकोप ने किसान की नरमे की फसल बर्बाद कर दी नरमे की उपज बहुत कम हुई है।

अब नरमा खरीद में आपकी बेरुखी से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है किसान ने अपनी फसल पालने के लिए खूब मेहनत की बीज, खाद व पेस्टिसाइड पर पूरा खर्चा किया है, लेकिन फसल की क्वालिटी पर किसानों का किसी तरह का नियंत्रण नहीं है वह सिर्फ  मेहनत कर सकता है। किसान अपनी फसल में किसी तरह की मिलावट नहीं करता है, जैसी फसल पैदा होती है, वैसी ही वह लेकर मंडियों में आता है, इसलिए उसकी फसल का पूरा रेट दिया जाए।

भारतीय कपास निगम द्वारा सिरसा जिले में नरमे की खरीद को लेकर नियुक्त किये गये अधिकारियों के मोबाइल नंबर सिरसा और ऐलनाबाद में केवल शर्मा 86390-46763, कालांवाली और डबवाली में हरजीत सिंह 70144-24440, सेक्शन ऑफिसर देवेंद्र सेठी 83075-90771, असिस्टेंट मैनेजर मार्केटिंग राकेश रंजन 70700-90296, उप महाप्रबंधक बृजेश कसाना 95020-61617 हैं। औलख ने कहा कि किसान साठी भारतीय कपास निगम के निम्नलिखित अधिकारियों से संपर्क करके अपना नरमा दिखा सकते हैं।

इस मौके पर बीकेई प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली, प्रधान प्रकाश ममेरां, बलविंद्र सिंह भंबूर, दीपू गिल, नछत्तर सिंह झोरड़ रोही, पंकज जाखड़, पिन्दा काहलों, गुरजीत सिंह मान, सुनील नैन, महावीर गोदारा, ओम प्रकाश डिंग, अमरीक सिंह मोरीवाला, इकबाल सिंह, हरचरण सिंह, कश्मीर सिंह, राजू रघुआना, हंसराज पचार मतूवाला, कालूराम गोदारा सहित सैकड़ों किसान शामिल रहे।