Gold Price Update: सस्ता मिलेगा सोना, ऐसे खरीदने में मिलेगी ₹500 की छूट

New Delhi: हम बात कर रहे हैं, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की। यह सोना निवेशक को एक सर्टिफिकेट के रूप मिलता है, बजाय फिजिकल गोल्ड के।
पहली बार के निवेशकों को 128 पर्सेंट से अधिक रिटर्न देने वाले गोल्ड बॉन्ड की खरीद का मौका दिसंबर और फरवरी में फिर मिलेगा। आरबीआई की ओर से गोल्ड बॉन्ड की दो नई श्रृंखला दिसंबर और फरवरी में जारी की जाएगी।
इनका मूल्य बिक्री वाले दिन तय होगा। इस संबंध में वित्त मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर दी है।
इस महीने 18 से 22 दिसंबर को खुलेगी
वित्त मंत्रालय के अनुसार, गोल्ड बॉन्ड योजना 2023-24 की तीसरी किस्त इस महीने 18 से 22 दिसंबर को खुलेगी। वहीं चौथी किस्त के लिए 12 से 16 फरवरी के बीच निवेश का मौका मिलेगा।
इससे पहले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पहली किस्त की बिक्री 19 से 23 जून और दूसरी किस्त की बिक्री 11 से 15 सितंबर के बीच हुई थी। परंपरागत सोने की मांग कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से के तौर पर गोल्ड बॉन्ड की बिक्री सबसे पहले नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी।
ऑफलाइन और ऑनलाइन खरीदारी का विकल्प: गोल्ड बॉन्ड में ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से निवेश की सुविधा है। अगर कोई व्यक्ति ऑफलाइन निवेश करना चाहता है तो उसे नामित बैंक शाखाओं में जाकर फार्म भरना होगा और सभी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी।
इसके अलावा ऑनलाइन निवेश के इच्छुक लोगों को भारतीय रिजर्व बैंक अथवा अन्य बैंकों की वेबसाइट के जरिए गोल्ड बॉन्ड की खरीद के लिए आवेदन करना होता है।
ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से भुगतान करने पर प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट प्रदान की जाती है। यानी 10 ग्राम पर 500 रुपये की छूट मिलेगी।
कहां से खरीदें गोल्ड बॉन्ड: सरकार की ओर से गोल्ड बॉन्ड आरबीआई द्वारा जारी किए जाते हैं। आरबीआई ने इनकी बिक्री के लिए चुनिंदा बैंकों और पोस्ट आफिस, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन, क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया तथा स्टॉक एक्सचेंज एनएससी और बीएससी को अधिकृत किया हुआ है। स्टॉक एक्सचेंज के जरिए बॉन्ड खरीदने के लिए डीमैट खाता होना जरूरी है।
कम से कम 1 ग्राम सोना खरीदना होगा: आरबीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार, गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के लिए कम से कम 1 ग्राम सोना खरीदना होगा।
वहीं, कोई भी व्यक्ति एक बार में अधिक 500 ग्राम तक खरीद सकता है। एक वित्त वर्ष के लिए यह सीमा अधिकतम चार किलोग्राम है। कुछ संस्थाओं के लिए यह सीमा 20 किलोग्राम तक है।
सालाना कितना ब्याज: इसमें दस्तावेज के रूप में और डिजिटल रूप में भी निवेश कर सकते हैं। इसकी परिपक्वता अवधि आठ साल की है। लेकिन पांच साल पूरा होने पर इसमें से राशि निकलने की छूट है।
सरकारी गोल्ड बॉन्ड पर 2.5 फीसदी की सालाना दर से ब्याज मिलता है। यह अर्ध-वार्षिक देय है। हालांकि, गोल्ड बॉन्ड से अर्जित ब्याज कर योग्य है लेकिन इन बॉन्ड को भुनाने से होने वाले पूंजीगत लाभ पर कोई कर नहीं लगता।
पहले गोल्ड बॉन्ड ने दिया 128 फीसद मुनाफा: पहला सरकारी गोल्ड बॉन्ड 30 नवंबर 2015 को जारी हुआ था। उस वक्त कीमत 2,684 रुपये प्रति ग्राम तय की गई थी।
इसकी परिपक्वता अवधि के आठ साल 30 नवंबर 2023 को पूरे हुए। आरबीआई ने परिपक्वता अवधि की कीमत 6,132 रुपये प्रति ग्राम तय की थी। यानी पहले बॉन्ड में निवेश करने वालों को 128.46 फीसदी का रिटर्न मिला है।
ऐसे करें घर बैठे ऑनलाइन आवेदद
नामित बैंक की वेबसाइट पर जाना होगा। होमपेज पर या ई-सर्विस सेक्शन में सॉवरेन गोल्ड बांड का विकल्प चुनना होगा।
बॉन्ड से संबंधित जरूरी नियम-शर्तों को पढ़ने के बाद पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा।
इसे भरने के बाद सोने की मात्रा और नॉमिनी का ब्योरा भरना होगा।
सभी जानकारियों को सत्यापित करने के बाद फॉर्म सब्मिट करना होगा।
इसके बाद भुगतान की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। बैंक गोल्ड बॉन्ड जारी करेगा।