हरियाणा-दिल्ली बस सेवा शुरू:सिरसा में घग्गर कंट्रोल से बाहर, 24 घंटे में रंगोई नाला 6 जगह से टूटा

Mhara Hariyana News, Chandigarh
सिरसा में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां घग्गर नदी का जलस्तर लगातार 50 हजार क्यूसेक से ऊपर चल रहा है। ऐसे में सिरसा, रानियां, ऐलनाबाद के साथ-साथ 49 गांव पहले ही खतरे में है। अब रंगोई नाले ने भी इस खतरे को बढ़ा दिया है।
बीते 24 घंटे में रंगोई नाला छह जगह से टूट चुका है। गांव सिंकदरपुर के पास रंगोई नाला टूटने के बाद नेशनल हाईवे के साथ पानी लग चुका है। वहीं फतेहाबाद से भी पानी अब सिरसा के गांव में पहुंचने के आसार हैं। ऐसे में 10 गांव प्रशासन ने रडार पर रखे हैं।
वहीं करनाल में यमुना उफान पर है। नबीपुर और खराजपुर में यमुना से कटाव जारी है। राहत की बात है कि लालूपुरा में अभी तक कटाव नियंत्रण में है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में बीमारियों से निपटने के मेडिकल टीमें पहुंच रही हैं।
दिल्ली से बसों का संचालन शुरू
दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब फिर से पंजाब, हरियाणा की रोडवेज बसों की सेवा दिल्ली कश्मीरी गेट बस अड्डा तक शुरू हो गई है। कश्मीरी गेट बस अड्डा (ISBT) आम लोगों के लिए आज से खुलने जा रहा है। बीते दिनों भारी बारिश और जलभराव के कारण आवाजाही बंद कर दी गई थी।
12 जिलों में 20 हजार से ज्यादा लोग बीमार
इस बीच मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 4 जिलों पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इसके साथ बाढ़ ग्रस्त इलाकों में अब कोई बीमारी या महामारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। राज्य के 12 जिलों में 20 हजार से ज्यादा लोग बीमार हैं। 4 हजार लोग बुखार से पीड़ित हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेडिकल कैंप लगाए
हालांकि सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। अभी तक 605 मेडिकल कैंप सरकार की ओर से संचालित किए जा रहे हैं। सूबे के 12 जिले अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल, करनाल, पानीपत, सोनीपत, पलवल और फरीदाबाद में बाढ़ आई है। सरकार इसकी घोषणा कर चुकी है।