राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल :-भारत में खतरे में नहीं है कोई भी धर्म,भारत विविधताओं से भरा देश
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने भारत में सभी धर्मों की समानता के बारे में एनएसए डोभाल ने कहा कि भारत विविधता के मूल्यों पर काफी यकीन करता है. इस देश में किसी को कहीं पर भी कोई खतरा नहीं है.
आधुनिक भारत की इमारत समान अधिकारों, समान अवसरों और समान जिम्मेदारियों के सिद्धांतों पर बनी है और भारत में कोई भी धर्म खतरे में नहीं है. अजीत डोभाल ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और लोकतंत्रों की जननी और विविधता की भूमि है.
इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर (IICC) के एक कार्यक्रम में बोलते हुए अजीत डोभाल ने कहा है कि एक समावेशी लोकतंत्र के रूप में, भारत अपने सभी नागरिकों को उनकी धार्मिक, जातीय या सांस्कृतिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना स्थान प्रदान करने में सफलतापूर्वक कामयाब रहा है.भारत संस्कृतियों, धर्मों और भाषाओं का मिश्रण है
भारत में अलग-अलग धर्मों और समुदाय के लोगों का दिल खोलकर स्वागत किया जाता है, जो यह दर्शाता है कि विविधता के मूल्यों पर भारत कितना ज्यादा विश्वास करता है. उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया में दूसरा मुल्कों की तुलना में सबसे अधिक मुस्लिम भारत में रहते हैं.
‘दशकों से भारत रहा आतंकवाद का शिकार’
भारत लंबे समय से आतंकवाद से पीड़ित रहा है और हजारों की संख्या में भारतीयों ने आतंकवाद की वजह से अपनी जान गंवाई है भारत भी आतंकवाद से लगातार पीड़ित रहा है. भारत ने आतंकवाद के खात्मा करने का फैसला किया है.
एनएसए डोभाल ने किसी भी देश का नाम लिए बगैर कहा, “भारत दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है. हमने 2008 (मुंबई में आतंकी हमला) समेत ढेरों आतंकवादी हमलों का सामना किया है.
भारत अपने यहां सुरक्षा तंत्र को बेहद मजबूत करने तथा आतंकवादी गतिविधियों लगाम कसने के लिए अन्य देशों के साथ मिलकर काम करने और अलग-अलग माध्यमों से आतंकवाद से लड़ने को लेकर सक्रिय रूप से काम कर रहा है.”उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, ये कुछ बहका दिए गए लोगों की ओर से किया जाता है.
‘हम सद्भाव के साथ रहते हैं’
मुस्लिम वर्ल्ड लीग महासचिव मोहम्मद बिन अब्दुल करीम अल ईस्सा के संबोधन का जिक्र करते हुए एनएसए अजीत डोभाल ने कहा, “मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव का संदेश साफ तौर पर स्पष्ट संदेश देता है कि हम सद्भाव के साथ रहते हैं, हम शांति से रहते हैं यदि आप मानवता की रक्षा करना चाहते हैं|
इस्लाम के बारे में आपकी गहरी समझ, दुनिया के धर्मों और अंतर-धार्मिक सद्भाव के मामले में आपके प्रयासों और सुधारों की वजह से इस्लाम को लेकर बेहतर समझ विकसित हुआ है, मानवता को तैयार करने में अपना योगदान दिया है, साथ ही कट्टरपंथी विचारधाराओं को युवा दिमाग पर हावी होने से भी रोका है.”
मुस्लिम वर्ल्ड लीग के सेक्रेटरी जनरल डॉक्टर अल-इसा (Al-Issa)
इससे पहले मुस्लिम वर्ल्ड लीग के सेक्रेटरी अल ईस्सा ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान भारतीय सांस्कृतिक विविधता की खुलकर तारीफ़ की.
उन्होंने कहा कि भारत एक हिंदू बहूसंख्यक देश होने के वाबजूद यहां का संविधान धर्मनिरपेक्ष है. भारत में मुस्लिम समुदाय की भूमिका बेहद अहम है. मुझे यहां के जितने भी मुस्लिम मिले उन सबको भारतीय होने पर गर्व है. उन्होंने कहा कि देशभक्त बनना हर एक भारतीय का कर्तव्य होता है. हम सबको मिल-जुलकर रहना होगा.
मुस्लिम वर्ल्ड लीग दुनिया की विभिन्न संस्कृतियों के साथ गठबंधन है. हिंदू समुदाय में मेरे कई मित्र हैं. हम आस्थाओं के बीच समझ को मजबूत करना चाहते हैं मैं सद्गुरु और श्री श्री रविशंकर का गहरा सम्मान करता हूं. कई हिंदू नेताओं के साथ हमारे कई समान मूल्य हैं और हम मतभेदों. का सम्मान करते हैं.