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नशा तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने के लिए चौतरफा तैयारी करें पुलिस

एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने नशा मुक्ति अभियान के तहत सिरसा व डबवाली पुलिस अधिकारियों की बैठक ली
 
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नशा कारोबार में संलिप्त सभी अपराधियों की हिस्ट्रीशीट होगी तैयार

 सिरसा, 11 दिसंबर।
आगामी तीन महीनों में सिरसा को पूरी तरह से नशा मुक्त करने की दिशा में पुलिस द्वारा विस्तृत कार्ययोजना बनाकर नशा तस्करों व नशा बेचने वाले सभी अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे डाला जाए। यह पुलिस प्रशासन की सामाजिक व नैतिक जिम्मेवारी है कि समाज में पनपने वाली इतनी गंभीर बुराई को जड़मूल से खत्म करने के लिए हर संभव कार्य किया जाए।


यह बात आज हिसार मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव ने स्थानीय पुलिस लाइन के प्रशासनिक भवन में जिला पुलिस सिरसा व डबवाली की नशा मुक्ति अभियान विषय पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अगर हमने अभी भी नशे के कारोबार पर अंकुश नहीं लगाया तो जिस तरह युवा बच्चों की नशे के कारण मौत हो रही है, वह दिन दूर नहीं जब यह बीमारी हमारे घर को भी अपनी चपेट में ले सकती है। हरियाणा पुलिस जो ठान लेती है वह करके भी दिखाती है। इसलिए सभी पुलिस अधिकारी अगले तीन महिने में सिरसा जिले को पूरी तरह से नशा मुक्त बनाने के लिए जुट जाएं।


उन्होंने डबवाली व सिरसा पुलिस जिला में विभाग द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन इलाकों में नशा तस्करों की संख्या ज्यादा होगी वहां पर नशा लेने वाले लोगों की भी संख्या अधिक होगी। इसलिए जितना अधिक हम नशा तस्करों का जेल की सलाखों के पीछे रखेंगे उतना ही अधिक हम नशे पर अंकुश लगा सकेंगे। इसके लिए पुलिस प्रशासन हर हतकंडे अपना कर नशा तस्करों को पकड़ने के लिए विशेष मुहिम चलाए। इसके साथ-साथ जो कैमिस्ट प्रतिबंधित दवाओं को बिना प्रिस्क्रिपशन के बेच रहे हैं उनकी भी धरपकड़ की जाए।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशा कारोबार में संलिप्त सभी अपराधियों की हिस्ट्रीशीट तैयार की जाए और उनके चल-अचल संपत्ति का रिकार्ड भी बनाएं। अपने-अपने क्षेत्र में नशा मुक्ति केंद्रों का समय-समय पर निरीक्षण करके उनके रिकार्ड को चैक करते रहें और यह पता लगाएं कि कितने युवा नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती हुए हैं और कितने वहां से ठीक होकर आएं हैं। यदि किसी नशा मुक्ति केंद्र की गतिविधि संदिग्ध पाई जाती है तो उसके खिलाफ भी नियमानुसार कानूनी कार्रवाही की जाए।

यदि कोई अपराधी बार-बार नशे से जुड़े कारोबार में संलिप्त पाया जाता है तो उसे सलाखों के पीछे रखने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि यदि हमने सख्त कदम नहीं उठाएं तो नशा मुक्त जिला नहीं बना सकते।


उन्होंने कहा कि नशा करने वाले सभी युवाओं को नशा मुक्ति केद्रों में ले जाकर उनका उपचार करवाया जाए। जिन गांवों में नशा करने वाले युवाओं की संख्या अधिक है वहां पर सरकारी व निजी विशेषज्ञों के साथ मिलकर नशा मुक्ति शिविर लगाए जाए। स्कूलों व महाविद्यालयों में युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए विशेष जागरूकता शिविर भी लगाए जाए जिनमें पीपीटी व अन्य तरीकों से युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाए। स्कूलों व महाविद्यालयों में धाकड़ कार्यक्रम को अधिक से अधिक चलाया जाए। धाकड़ कार्यक्रम से जुड़ने वाले युवाओं को धाकड़ सर्टिफिकेट व टी-शर्ट देकर प्रोत्साहित किया जाए।


इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सिरसा विक्रांत भूषण ने कहा कि सिरसा पुलिस द्वारा नशा मुक्ति के खिलाफ अगले तीन महीने सघन अभियान चलाया जाएगा, जिसमें हेरोइन, चिटï्टा, गांजा सहित मेडिकल नशे की बिक्री पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए सख्त कार्रवाही की जाएगी। नशे के कारोबार से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा।


पुलिस अधीक्षक डबवाली सुमेर सिंह ने डबवाली पुलिस जिला में नशे के कारोबार से जुड़े विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और कहा कि पुलिस द्वारा इस दिशा में लगातार कार्रवाही की जा रही है। इस अवसर पर एएसपी सिरसा दीप्ति गर्ग, डीएसपी अजायब सिंह, डीएसपी गुरदयाल सिंह, डीएसपी राजेंद्र सिंह सहित सभी थाना क्षेत्रों के प्रभारी उपस्थित थे।