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नारायणखेड़ा में सरपंच बोले क्लेम पर सहमति नहीं बनी फतेहाबाद में मातृशक्ति फहराएगी तिरंगा

सरपंच एसोसिएशन हरियाणा की सीएम को चेतावनी 
 
 
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झंडा फहराने के लिए सोच-विचार कर आएं सीएम: संतोष बैनीवाल

 सिरसा। उपायुक्त के साथ वीरवार की सांय को मीटिंग हुई थी, जिसमें उपायुक्त ने किसानों को शुक्रवार सांय को दिल्ली में मीटिंग में नतीजा निकलने की बात कही थी। अगर सांय को निर्णय किसानों के हक में नहीं आया तो सरकार परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। 15 अगस्त को तिरंगा लहराने के लिए सीएम फतेहाबाद में सोच-विचार कर आएं।

उक्त बातें सरपंच एसोसिएशन हरियाणा की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल ने बीमा क्लेम को लेकर गांव नारायणखेड़ा में चल रहे धरने पर किसानों को संबोधित करते हुए कही। संतोष बैनीवाल ने कहा कि धरने पर बैठे किसानों व आमरण-अनशन पर बैठे सरपंचों की तबियत लगातार बिगड़ रही है। शुक्रवार को तीन सरपंचों सुभाष कासनियां, उमेद सिंह व राकेश को धरनास्थल से तबियत बिगडऩे पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। अधिकतर किसान आई फ्लू की चपेट में है, लेकिन बावजूद इसके सरकार व प्रशासनिक तंत्र किसानों की मांग पर कुंडली मारे बैठे हंै।

बैनीवाल ने कहा कि इस भीष्ण गर्मी में किसान शौक से नहीं बैठा, वो सिर्फ और सिर्फ अपने हकों के लिए यहां संघर्षरत है। सरकार बार-बार कह रही है कि चंद किसान धरने पर बैठे हंै, लेकिन सरकार के अधिकारी व कर्मचारी भी धरने पर आकर रिपोर्ट ले रहे हंै, वे सरकार को जरा धरने की तस्वीर दिखाने का काम करें, ताकि इस अंधी, बहरी सरकार को कुछ समझ आ जाए। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त से पूर्व अगर सरकार ने किसानों के हक में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो 15 अगस्त को फतेहाबाद में तिरंगा लहराने आ रहे सीएम मनोहर लाल काफी सोच-विचार कर फतेहाबाद में आएं। फतेहाबाद में तिरंगा सीएम नहीं, बल्कि मातृ शक्ति ही तिरंगा लहराएगी।

बैनीवाल ने कहा कि किसी भी संघर्ष की सफलता एकजुटता पर निर्भर करती है। सभी किसान भाई व मातृ शक्ति इसी प्रकार डटे रहें, क्योंकि हमारी लड़ाई अंतिम चरण में है और जीत हमारी ही होगी। इस तानाशाही सरकार को तीन कृषि कानूनों की तरह इस बार भी झुकनी ही पड़ेगा। इस बार किसान किसी कीमत पर नहीं झुकेगा। इस बार सरकार से आर-पार की लड़ाई होगी। इस मौके पर भारी संख्या में किसान उपस्थित थे।