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Stubble Burning: हरियाणा डीजीपी के आदेश, खेत में जली पराली तो थानेदार होंगे जिम्मेदार

 
Stubble Burning: हरियाणा डीजीपी के आदेश, खेत में जली पराली तो थानेदार होंगे जिम्मेदार

Mhara Hariyana News, New Delhi: पराली जलाने से रोकने के लिए पंजाब सरकार के बाद अब हरियाणा सरकार ने भी पुलिस की जिम्मेदारी तय कर दी है। अब किसी क्षी क्षेत्र में पराली जलाई गई तो संबंधित थानेदार जिम्मेदार होंगे। इस संबंध में डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने प्रदेश के सभी आईजी और एसपी को लिखित में आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि सभी पुलिस अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनके अधिकार क्षेत्र में पराली न जलाई जाए।

आदेश में पुलिस अधिकारियों को उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने को कहा गया है। इसके साथ ही सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अन्य आदेश जिसमें दिल्ली और साथ लगते राज्यों में वाहनों पर प्रदूषण के स्तर के हिसाब से रंगीन कोड वाले स्टिकर चस्पा किए जाने हैं, के संबंध में भी पुलिस मुख्यालय द्वारा आईजी ट्रैफिक और हाइवे को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। आदेश के तहत आईजी ट्रैफिक को परिवहन विभाग के साथ तालमेल स्थापित करने को कहा गया है।

38 प्रतिशत कम जली पराली
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में एक्स सीटू पराली प्रबंधन 2023 योजना लागू की है। इसके चलते इस बार प्रदेश में 38 फीसदी कम पराली जलाई गई है। खेतों में आग के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करते हुए 1256 चालान जारी किए हैं। 72 एफआईआर की गई और 32. 55 लाख का जुर्माना लगाया गया। इसके अतिरिक्त 44 जगह फायर ब्रिगेड भेज कर आग बुझाई गई है। वहीं, आग पर काबू न पाने के लिए उपायुक्तों और स्टेशन हाउस ऑफिसर को जिम्मेदार ठहराने के निर्देश मुख्य सचिव संजीव कौशल ने जारी किया है।

एनसीआर जिलों में पंजीकृत वाहनों पर होलोग्राम आधारित रंगीन स्टिकर लगाने के संबंध में उन्होंने कहा कि 14 नवंबर, 2018 से 31 जनवरी, 2023 के बीच एनसीआर जिलों में लगभग 10 लाख वाहनों को कलर-कोड किया गया है। गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल एलएमवी (4 व्हीलर) पर तत्काल प्रभाव से 30 नवंबर तक या वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जीआरएपी स्टेज III को रद्द किए जाने तक प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें केवल आपातकालीन सेवाओं में लगे वाहनों को छूट दी गई है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर केस दर्ज किया जाएगा। गौरतलब है कि हरियाणा में 36.5 लाख एकड़ धान की खेती होती है। जिसमें 18.36 लाख एकड़ बासमती की खेती और लगभग 18.2 लाख एकड़ गैर-बासमती की खेती शामिल है।

जगमगाहट समेत आतिशबाजी रहित दिवाली का संदेश
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि पर्यावरण में बढ़ता प्रदूषण का स्तर हम सभी के लिए चिंता का विषय है। जगमगाहट समेत आतिशबाजी रहित सुरक्षित तरीके से मनाई जाने वाली दीपावली हर परिवार को खुशियां प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि हम सभी को इस दीपावली पर प्रदूषण रहित मनाने का संकल्प लेना चाहिए।