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Tax on Cigraette: सिगरेट पिने वालो पर सरकार कसेगी लगाम , तय हुआ भारी जुरमाना

भारत में तंबाकू की खपत के कारण स्वास्थ्य देखभाल का बोझ सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 1.04 प्रतिशत है, इसके कारण कई लोगों को गरीबी का सामना भी करना पड़ रहा है.
 
Tax on Cigraette: सिगरेट पिने वालो पर सरकार कसेगी लगाम , तय हुआ भारी जुरमाना 

Mhara Hariyana News, New Delhi: सिगरेट का सेवन करने वाले लोगों को इस बार के बजट में झटका लगा है. दरअसल, सरकार ने सिगरेट पर बड़ा वार किया है और सिगरेट पर टैक्स बढ़ाए जाने का ऐलान किया गया है. इससे सिगरेट की कीमते बढ़ जाएगी और सिगरेट महंगी हो जाएगी.

सिगरेट पर टैक्स वित्त मंत्री ने बजट में सिगरेट पर टैक्स में 16 फीसदी के इजाफे का ऐलान किया है.

इस ऐलान के बाद विशेषज्ञों ने दावा किया है कि सभी तम्बाकू वस्तुओं पर टैक्स में पर्याप्त वृद्धि और मजबूत कानून न केवल नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित करके मानव पूंजी से सर्वोत्तम लाभ दिलाएंगे, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2025 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में भी मदद करेंगे. 

टैक्स

भारत में तंबाकू की खपत के कारण स्वास्थ्य देखभाल का बोझ सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 1.04 प्रतिशत है, इसके कारण कई लोगों को गरीबी का सामना भी करना पड़ रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार, राजस्व उत्पन्न करने के लिए तंबाकू पर टैक्सेशन एक बहुत प्रभावी उपकरण हो सकता है क्योंकि उत्पाद Elastic प्रकृति का है, हाई टैक्स का सरकार की राजस्व आय पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा.

शेयर

टूटे वहीं भारत उन 182 देशों में शामिल है, जिन्होंने तंबाकू नियंत्रण पर डब्ल्यूएचओ फ्रेमवर्क कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें सभी तंबाकू उत्पादों के खुदरा मूल्य पर कम से कम 75 प्रतिशत टैक्स की सिफारिश की गई है. हालांकि, भारत में सिगरेट पर 52.7 फीसदी, 'बीड़ी' पर 22 फीसदी और चबाने वाले तंबाकू पर 63.8 फीसदी टैक्स है. 

वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में सिगरेट पर टैक्स बढ़ाने की घोषणा के बाद गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया और आईटीसी लिमिटेड समेत अन्य सिगरेट कंपनियों के शेयर पांच प्रतिशत तक टूटे गए.