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Titen पनडुब्बी (submarine) 48 घंटे से लापता, 30 घंटे की oxygen बची

 
Titen पनडुब्बी (submarine) 48 घंटे से लापता, 30 घंटे की oxygen बची

Mhara Hariyana News, New Delhi
टाइटैनिक जहाज के मलबे को देखने के लिए लोगों को ले जाने वाली Titen पनडुब्बी (submarine) रविवार दोपहर से लापता है। BBC के मुताबिक, पनडुब्बी (submarine) में अब 30 घंटे से भी कम समय के लिए oxygen बची है। US कोस्ट गार्ड ने बताया कि गुरुवार सुबह तक सबमरीन में oxygen खत्म होने की आशंका है।

कनाडा की तरफ से सर्च ऑपरेशन में शामिल एक Aircraft को सोनार-बॉय की मदद से कुछ आवाजें सुनाई दी हैं। CNN के मुताबिक, ये उसी जगह के पास से रिकॉर्ड की गईं जहां टाइटैनिक का मलबा मौजूद है। आवाजें करीब 30 मिनट के इंटरवल पर रिकॉर्ड हुईं। फिर 4 घंटे बाद सोनार ने दोबारा इन्हें डिटेक्ट किया।

भारत में चीते लाने वाले ब्रिटिश अरबपति भी पनडुब्बी (submarine) में मौजूद
पनडुब्बी (submarine) को ढूंढने के लिए अंडरवाटर रोबोट सहित अमेरिका और कनाडा के 3 C-130 हरक्यूलस Aircraft भेजे गए हैं। इसके अलावा एक P-8 Aircraft और 2 कनाडाई सर्फेस शिप्स भी सर्च ऑपरेशन में शामिल हैं। इस पनडुब्बी (submarine) में ब्रिटेन के अरबपति हैमिश हार्डिंग मौजूद हैं, जिन्होंने भारत में चीता लाने में सहयोग किया था।

इसके अलावा पनडुब्बी (submarine) में फ्रांस के डाइवर पॉल-हेनरी, पाकिस्तानी-ब्रिटिश कारोबारी शहजादा दाऊद, उनका बेटा सुलेमान और ओशनगेट कंपनी के CEO स्टॉकटॉन रश मौजूद हैं। ओशनगेट कंपनी ही इस Titen सबमरीन की मालिक है।

अब समझिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, रविवार को एक टूरिस्ट पनडुब्बी (submarine) 'Titen' अटलांटिक महासागर में लापता हो गई थी। इसमें एक पायलट और 4 पैसेंजर्स सवार थे। द गार्जियन के मुताबिक, 18 जून की दोपहर को सबमरीन पानी में उतरने के 1 घंटे 45 मिनट बाद रडार से गायब हो गई थी। इसमें सिर्फ 96 घंटे का लाइफ सपोर्ट ही रहता है। इस बात की जानकारी भी नहीं मिली है कि सबमरीन अभी भी पानी में ही है या सतह पर आ चुकी है।

टाइटैनिक जहाज का मलबा कहां है और पनडुब्बी (submarine) के लिए कहां सर्चिंग की जा रही है…
टाइटैनिक जहाज का मलबा अटलांटिक ओशन में मौजूद है। ये कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के सेंट जोन्स से 700 किलोमीटर दूर है। मलबा महासागर में 3800 मीटर की गहराई में है। पनडुब्बी (submarine) का ये सफर भी कनाडा के न्यूफाउंडलैंड से ही शुरू होता है। ये 2 घंटे में मलबे के पास पहुंच जाती है।

अमेरिका-कनाडा की रेस्क्यू टीम समुद्र में 7,600 स्क्वायर मील के एरिया में सर्चिंग कर चुकी हैं। मंगलवार को बताया गया था कि केप कॉड से करीब 900 मील (1,450 किमी) पूर्व में पनडुब्बी (submarine) की तलाश चल रही है। इसके अलावा पानी में सोनार-बॉय भी छोड़े गए हैं, जो 13 हजार फीट की गहराई तक मॉनिटर कर सकते हैं। इसके अलावा कमर्शियल जहाजों की भी मदद ली जा रही है।

अब इस पनडुब्बी (submarine) के बारे में जानिए
पनडुब्बी (submarine) ओशन गेट कंपनी की Titen सबमर्सिबल है। इसका साइज एक ट्रक के बराबर है। ये 22 फीट लंबी और 9.2 फीट चौड़ी है। पनडुब्बी (submarine) कार्बन फाइबर से बनी है​​​​​​। टाइटैनिक का मलबा देखने जाने के लिए प्रति व्यक्ति 2 करोड़ रुपए फीस है। ये सबमरीन समुद्र में रिसर्च और सर्वे के भी काम आती है। इस सबमरीन को पानी में उतारने और ऑपरेट करने के लिए पोलर प्रिंस वेसल का इस्तेमाल किया जाता है।

फरवरी में जारी हुआ था मलबा देखने जा रहे यात्रियों का वीडियो
इस साल फरवरी में टाइटैनिक का मलबा देखने जाने की पिछली यात्राओं में से एक का वीडियो यूट्यूब पर जारी किया गया था। इसमें 80 मिनट के अनकट फुटेज थे। फिर मई में जहाज के मलबे का पहला फुल साइज 3-D स्कैन भी प्रकाशित किया गया था। हाई रेजोल्यूशन फोटोज में मलबे को री-कंस्ट्रक्ट किया गया। इसके लिए डीप सी मैपिंग तकनीक का उपयोग किया गया था।

2022 में डीप-सी मैपिंग कंपनी मैगलन लिमिटेड और अटलांटिक प्रोडक्शंस ने एक बार फिर री-कंस्ट्रक्शन किया। अटलांटिक के तल पर जहाज के मलबे का सर्वेक्षण करने में विशेषज्ञों ने 200 घंटे से ज्यादा का समय बिताया। उन्होंने रिमोटली कंट्रोल्ड पनडुब्बी (submarine) से स्कैन बनाने के लिए 7 लाख से ज्यादा फोटोज लिए थे। डीप-सी मैपिंग कंपनी मैगलन लिमिटेड और अटलांटिक प्रोडक्शंस इस प्रोजेक्ट पर एक डॉक्यूमेंट्री भी बना रही हैं।