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ट्रेनी एयरक्राफ्ट क्रैश, दो पायलट की जलने से मौत; उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही हुआ क्रैश

 
ट्रेनी एयरक्राफ्ट क्रैश, दो पायलट की जलने से मौत; उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही हुआ क्रैश
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Mhara Hariyana News,Balaghat
मध्यप्रदेश के बालाघाट में एक ट्रेनी एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया। विमान में एक पायलट और एक ट्रेनी पायलट सवार थे। दोनों की जलने से मौत हो गई। रविवार को अमेठी से एक दल यहां पहुंचेगा, जो विमान हादसे की जांच करेगा।

हादसा बालाघाट जिले के किरनापुर की भक्कुटोला की पहाड़ी पर हुआ। एयरक्राफ्ट महाराष्ट्र के गोंदिया जिले की बिरसी एयरस्ट्रीप से उड़ा था। 
इसमें हिमाचल प्रदेश निवासी पायलट (प्रशिक्षक) मोहित ठाकुर और गुजरात निवासी प्रशिक्षु पायलेट बी. माहेश्वरी सवार थे। उड़ान के 15 मिनट बाद ही ये एयरक्राफ्ट पहाड़ियों से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद उसमें आग लग गई और इसमें सवार दोनों पायलट की जलने से मौत हो गई।

जांच के लिए अमेठी से आएगा दल
हादसा दोपहर करीब 3.20 बजे हुआ। भक्कुटोला की पहाड़ी से धुंआ उठता देखकर ग्रामीण वहां पहुंचे तो देखा कि एयरक्रॉप्ट क्रैश हो गया है। ग्रामीणों को दो चट्टानों के बीच एक शव जलते हुए भी नजर आया। 
इस हादसे को लेकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी अमेठी के मीडिया प्रभारी रामकिशोर द्विवेदी ने बताया कि आधिकारिक तौर पर इस मामले में एक जांच दल अमेठी से 19 मार्च को बिरसी पहुंचेगा और इस हादसे की जांच करेगा। बताया जा रहा है कि क्रैश हुआ एयरक्रॉप्ट डायमंड-41 रायबरेली का था।

आईजी और एसपी भी मौके पर पहुंचे
ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने किरनापुर और ककोड़ी के पास एयरक्रॉफ्ट को उड़ता देखा था। जिसके बाद भक्कुटोला के ग्रामीणों को पहाड़ी से धुंआ उठता दिखाई दिया। 
चूंकि ये क्षेत्र नक्सल प्रभावित है। जंगल और पहाड़ी क्षेत्र है इसलिए सुरक्षा बल का फौरन यहां पहुंचना आसान नहीं था। हालांकि हादसे के बाद आईजी संजय कुमार और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ पुलिस बल के साथ यहां पहुंचे। हॉक फोर्स और सीआरपीएफ के जवान भी शाम तक यहां पहुंचे। 

जहां प्लेन क्रैश हुआ वहां दोनों ओर पहाड़
बालाघाट जिले में जहां प्लेन गिरा है, वहां दोनों ओर पहाड़ हैं। पहाड़ों के बीच में करीब 100 फीट गहरी खाई में प्लेन का मलबा मिला है। 
घना जंगल और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण रेस्क्यू टीम और अफसरों को यहां पहुंचने भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हादसे वाली जगह पहुंचने के लिए करीब 7 किमी जंगल और पहाड़ का रास्ता पैदल तय करना पड़ा।

आग कैसे लगी, इसकी वजह साफ नहीं
एयरक्राफ्ट में आग कैसी लगी, इसकी वजह अभी साफ नहीं है। आशंका जताई जा रही है कि एयरक्राफ्ट में खराबी और पहाड़ी से टकराने के कारण ही वह क्रैश हो गया। 

पहले भी एक विमान क्रैश हुआ
महाराष्ट्र के गोंदिया में बिरसी हवाई पट्टी पर पायलट को प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां से कई बार विमान मध्यप्रदेश की सीमा की तरफ उड़ान भरते हैं। 
इससे पहले अप्रैल 2017 में एक ट्रेनी विमान बालाघाट जिले के खैरलांजी तहसील के लावणी पुरा गांव में क्रैश हो गया था। तब विमान का एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से संपर्क टूट गया था। इसके बाद विमान पेड़ और रोपवे के टावर से टकराकर नदी में गिर गया था।