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अंबाला में सड़क किनारे खड़ी डबल डेकर बस को ट्राले ने मारी टक्कर, आठ की मौत, कई घायल

 
अंबाला में सड़क किनारे खड़ी डबल डेकर बस को ट्राले ने मारी टक्कर, आठ की मौत, कई घायल
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Mhara Hariyana News, Ambala

शुक्रवार तड़के सड़क किनारे खड़ी डबल डेकर बस में ट्राले ने टक्कर मार दी। ट्राले में लोहे की चादर भरी हुई थीं। बताया जाता है कि बस में करीब 70 यात्री सवार थे जिनमें से आठ लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर घायल बताए जा रहे हैं।

जानकारी अनुसार अंबाला में शुक्रवार तड़के एक भीषण हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई। हादसा तड़के करीब साढ़े चार से पांच बजे के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 344 चंडीगढ़ यमुनानगर पर स्थित गांव ककड़ माजरा के नजदीक हुआ।

गांव ककड़ माजरा के नजदीक हुआ हादसा

बताया जा रहा है कि हादसा उस समय हुआ जब बरेली उत्तर प्रदेश से बद्दी हिमाचल प्रदेश जा रही एक डबल डेकर बस शुक्रवार अलसुबह गांव ककड़ माजरा के नजदीक सड़क किनारे खड़ी थी और पीछे से आ रहे एक ट्राले ने उसे टक्कर मार दी। ट्राला टक्कर लगने के बाद हाइवे पर बने डिवाइडर को पार कर दूसरी तरह पलट गया। हादसा इतना दर्दनाक था कि बस में मौजूद सवारियों में चीख-पुकार मच गई। 

घायलों को शहजादपुर सीएचसी व पंचकूला सरकारी अस्पताल भेजा

आनन-फानन में बस में सवार लोगों को निकाला गया और कुछ को शहजादपुर सीएचसी व कुछ को पंचकूला सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया। हादसे में आठ लोगों की मौत होने की सूचना है जिनमें महिलाएं व एक बच्चा भी बताया जा रहा है जिसकी उम्र लगभग दो से तीन साल बताई जा रही है।

सूचना मिलते ही डीएसपी नारायणगढ़ अर्शदीप सिंह थाना प्रभारी शहजादपुर बीरभान पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। हादसे के बाद हाइवे के दोनों और जाम लग गया। बड़ी क्रेन बुलाकर दोनों वाहनों को सड़क से हटाया गया लगभग दो घंटे के बाद यातायात सुचारू हुआ। 

वीरवार शाम पांच बजे बरेली से चली थी बस

बताया जा रहा है कि गुरुवार शाम के लगभग पांच बजे के करीब बरेली से लगभग 70 सवारियों को लेकर बस बद्दी के लिए चली थी और जैसे ही आज सुबह लगभग पांच बजे के करीब बस जब ककड़ माजरा के नजदीक पहुंची तभी यह हादसा हुआ है। पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है।

हादसे की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में व्यवस्था बनाते हुए मरीजों को अलग-अलग अस्पताल में रेफर किया। इसमें से  7 अंबाला छावनी तो कुछ अंबाला सिटी व पंचकूला रेफर हुए। ताकि सभी जगह व्यवस्था बनी रहे।