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एक साल से घर में बंद थीं दो बहनें, माता-पिता की मौत के बाद डर था कहीं रिश्तेदार उनकी संपत्ति पर कब्जा न कर लें

 
एक साल से घर में बंद थीं दो बहनें, माता-पिता की मौत के बाद डर था कहीं रिश्तेदार उनकी संपत्ति पर कब्जा न कर लें 
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Mhara Hariyana News, Panipat

पानीपत में एक साल से घर में बंद दो बहनों का रेस्क्यू किया गया। माता-पिता की मौत के बाद दोनों बहनों ने खुद को घर में कैद कर लिया था। दोनों में से एक लड़की निर्वस्त्र हालत में थी तो दूसरी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं लग रहा था। Police ने दोनों को इलाज के Hospital में भर्ती कराया है।

जानकारी के अनुसार, पानीपत के कायस्थान मोहल्ले से Police ने सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर एक साल से घर में बंद दो बहनों का रेस्क्यू किया। रेस्क्यू की गई दोनों बहनों का मानसिक संतुलन ठीक नहीं लग रहा है। घर में बंद एक लड़की निर्वस्त्र हालत में मिली। दोनों के शरीर पर सैकड़ों जख्म थे। घर में बेहद गंदगी थी, जिसकी वजह से दुर्गंध फैली हुई थी।

स्थानीय लोगों ने कहा कि माता-पिता की मौत के बाद दोनों बहनों को डर था कि कहीं उनके रिश्तेदार मकान पर कब्जा न कर लें। इसी डर को लेकर दोनों बहनों ने खुद को घर में कैद कर लिया था।

एमए क्वालिफाइड हैं दोनों बहनें
बताया जा रहा है कि लड़कियों का परिवार शिक्षित था। दोनों बहनें एमए पढ़ी हैं। सालभर पहले दोनों प्राइवेट जॉब भी करती थीं। Police टीम ने जब दोनों को रेस्क्यू किया तो इसके बाद दोनों ताले की चाबी इस डर से मांग रही थीं कि कहीं घर पर कोई कब्जा न कर ले। रेस्क्यू के बाद छोटी बहन चिल्लाकर कह रही थी कि घर पर ताला लगा दो। ताला लगाने के बाद जब उसे चाबी दी गई, वह तब शांत हुई।

बड़ी बहन की रीढ़ की हड्डी टूटी मिली
रेस्क्यू की गई बड़ी बहन सोनिया की रीढ़ की हड्डी टूटी थी, जिसकी वजह से वह बिस्तर पर पड़ी रहती थी। घर में गंदगी की वजह से बदबू फैली तो पड़ोसियों को शक हुआ। इसके बाद उन्होंने सूचना Police व समाजसेवी संस्थाओं को दी। रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो छत के रास्ते अंदर पहुंची। घर में बेदह गंदगी फैली हुई थी।

खिड़की से ही लेती थी खाने पीने की चीजें
स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों में से छोटी बहन खिड़की पर आकर गली से गुजरने वालों को पैसे देकर दुकान से सामान मंगाती थी। उसके बाद खिड़की बंद कर लेती थी।

दरवाजा खोलने के लिए एक घंटे की मशक्कत
Police जब मौके पर पहुंची तो लड़कियों ने दरवाजा नहीं खोला। इसी दौरान Police और सामाजिक संस्था के लोग खिड़की से लड़कियों से बातचीत करने की कोशिश करते रहे, लेकिन दोनों ने बात नहीं की।

पड़ोसी ने Police को दी सूचना
पड़ोस में रहने वाली सुनीता वर्मा ने बताया कि जब उन्हें शक हुआ तो उन्होंने अपने पति को बताया कि पड़ोस के मकान में दो बहनें दयनीय स्थिति में हैं। हमें उनकी मदद करनी चाहिए। सुनीता के पति मनमोहन वर्मा ने सिटी थाना Police को इस बारे में सूचना दी। सूचना के बाद Police मौके पर पहुंची और सामाजिक संस्था जन सेवा दल को भी बुलाया गया। करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद छत के रास्ते संस्था के सदस्य मकान में पहुंचे और दोनों बहनों को रेस्क्यू किया गया।

इलाज के लिए Hospital में कराया भर्ती
रेस्क्यू की गई दोनों बहनें सोनिया और चांदनी का सरकारी Hospital में मेडिकल के बाद उन्हें भर्ती कराया गया। दोनों की स्थिति काफी खराब थी। वे कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं थीं। 
सिटी थाना प्रभारी जाकिर हुसैन ने कहा कि लड़कियों के पड़ोसियों से मामले की सूचना मिली थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे और सामाजिक संस्थाओं की मदद से दोनों लड़कियों को रेस्क्यू कर Hospital में भर्ती करा दिया है। दोनों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।